हैदराबाद चुनाव परिणाम आया सामने , बीजेपी ने जीती इतने सीटे, ओवैसी के छूटे पसीने

आंध्र प्रदेश में ग्रेटर हैदराबाद नगरपालिक निगम (जीएचएमसी) चुनाव की मतगणना शुक्रवार को सुबह 08.00 बजे कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान की गणना शुरू हुई।

 

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पहले डाक मतों की गणना की जा रही है तथा बाद में मतदान केंद्रवार मतपत्रों की गिनती की जायेगी। मतगणना के लिए 8152 कर्मी लगे हुए हैं।

जीएचएमसी के 150 वार्डों पर एक दिसम्बर को मतदान हुए थे जिनमें एक ओल्ड मार्केट वार्ड के लिए गुरुवार को पुनर्मतदान कराये गये। जीएचएमसी चुनाव में सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति(टीआरएस), भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) , कांग्रेस, तेलुगु देशम पार्टी, वामदलों तथा अन्य राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों समेत कुल 1122 उम्मीदवार हैं। मुख्य मुकाबला टीआरएस और भाजपा के बीच है। जीएचएमसी के महापौर का पद महिला(सामान्य) के लिए आरक्षित है।

ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव के लिए मतगणना जारी है। शुरुआती रुझान में बीजेपी को बहुमत मिल गया है, जबकि टीआरएस, टीआरएस और कांग्रेस पीछे हैं।

बीजेपी अभी 77 सीटों पर आगे है। इसके अलावा 34 सीटों पर टीआरएस और 17 सीटों पर टीआरएस आगे है। वहीं, कांग्रेस सिर्फ एक सीट पर आगे है।

आपको बता दें कि ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) चुनाव प्रचार में सभी दलों ने अपनी ताकत झोंक दी थी, बीजेपी ने पहली बार किसी नगर निगम चुनाव में किसी बड़े चुनाव की तरह सारी ताकत लगा दी। अमित शाह, नड्डा और योगी समेत सभी बडे़ नेताओं ने प्रचार किया।

ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) चुनाव की मतगणना जारी है। शुरुवाती रुझानों से स्पष्ट है कि हैदराबाद भगवामय होने वाला है, जी हाँ! असदुद्दीन ओवैसी के गढ़ में घुसकर भाजपा ने बम्पर बढ़त बना ली है.

150 सीटों पर हुए चुनाव में भाजपा 70 सीटों पर आगे चल रही है, टीआरएस ने 40 सीटों पर बढ़त बनाई है, वहीं असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM मात्र 12 सीटों पर आगे चल रही है. बाकी अन्य सीटों पर निर्दलीयों ने बढ़त बनाई है।

बीजेपी ने जिस तरह यहां चुनाव प्रचार में ताकत झोंकी उसका फायदा होता दिख रहा है। भाजपा की बम्पर बढ़त से ओवैसी और AIMIM के होश उड़ गए हैं, वहीँ भाजपा खेमे में ख़ुशी की लहर है.

हैदराबाद ओवैसी का गढ़ माना जाता है, लेकिन भाजपा ने ओवैसी के गढ़ में घुसकर सेंध लगा दी है. 2016 चुनाव में बीजेपी को गठबंधन में यहां 5 सीटें मिली थीं। लेकिन इस बार भाजपा अकेले ही 70 सीटों पर आगे चल रही है।