आज रात हिंदू राष्ट्र घोषित हो सकता है ये देश , सड़कों पर उतरे लोग…

पार्टी सूत्रों ने बताया कि एनसीपी के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री प्रचंड ने प्रधानमंत्री और पार्टी के साथ केन्द्रीय सचिवालय की बैठक में शामिल होने से पहले लगभग चार घंटे तक बैठक की।

 

पार्टी की सचिवालय बैठक में 13 नवम्बर को अपने 19 पृष्ठ के राजनीतिक दस्तावेज में प्रचंड ने सरकार और पार्टी दोनों को समुचित ढंग से चलाने में विफल रहने के लिए ओली की निंदा की थी। उन्होंने ओली पर भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया था।

एनसीपी के प्रवक्ता नारायण काजी श्रेष्ठ ने बताया कि प्रधानमंत्री के सरकारी आवास पर हुई बैठक में फैसला लिया गया कि रविवार को काठमांडू के धुंबराही में पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय में आयोजित होने वाली स्थायी समिति की बैठक में सभी एजेंडों पर चर्चा की जायेगी। उन्होंने बताया कि केन्द्रीय सचिवालय की बैठक में पार्टी की समस्याओं पर चर्चा की गई लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकल सका।

वहीं बता दें, नेपाल ( Nepal ) में सत्तारूढ़ नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (NCP) की केन्द्रीय सचिवालय की बहुप्रतीक्षित बैठक शनिवार को बिना किसी नतीजे के समाप्त हो गई। प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली की पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ के साथ आमने-सामने की बैठक दोनों के बीच राजनीतिक खींचतान को समाप्त करने में विफल रही।

कोरोना संकट (Corona Crisis) के बीच शनिवार को नेपाल (Nepal) की राजधानी काठमांडू में जबरदस्त विरोध प्रदर्शन देखने को मिला। प्रदर्शनकारियों ने देश का झंडा लेकर नारेबाजी करते हुए देश में संवैधानिक राजशाही और देश को एक बार फिर से हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग की गई।

लोगों का दावा है कि इससे एक बार फिर देशवासियों में एकता आ सकती है।राष्ट्रीय नागरिक आंदोलन समिति 2077 के इस मार्च में 250 युवाओं के साथ शामिल होने ललितपुर से पहुंचे आमिर केसी ने बताया, प्रदर्शन का नेतृत्व युवा कर रहे हैं।