हिंदू नवसंवत्सर की शुरुआत से ही लागू होगा नया पंचाग

हिंदू नवसंवत्सर की शुरुआत से ही नया पंचाग लागू होगा व नये साल का आकाशिय मंत्रिमंडल गठित होगा, जिसका प्रभाव शासन सत्ता व प्रजा दोनों पर पडेगा। इस साल नववर्ष 6 अप्रैल के दिन चैत्र नवरात्रि के दिन से लगेगा।नव संवत्सर की शुरुआत हमेशा बहुत अहमियत रखती है, साल की शुरुआथ किय दिन से हो रही है व वह दिन किस देवता से संबंध रखता है, इसके साथ ही किस वाहन पर सवार हो कर नये राजा आएंगे। इस सब का संबंध भविष्य पर पड़ता है।

इस बार विक्रम संवत्स 2076 की शुरुआत 6 अप्रैल से हो रही हैं। ज्योतिष के अनुसार जिस दिन से नया संवत आरंभ होता है उस दिन के ग्रह को वर्ष का राजा माना जाता है, इसके साथ ही वर्ष के राजा का अपना वाहन होता है। इसी आधार पर नये साल का राजा शनि औऱ इनका वाहन भैसा होगा। शास्त्रों में शनि के आठ वाहन माने जाते हैं जिनमें से भैंसा को अशुभ वाहन माना जाता है।

नया साल मनुष्य के लिए कोई खास नहीं रहेगा, इस साल में तामसिक प्रवृत्ति के लोगो का बोलबाला रहेगा। इसके साथ ही काले रंग की वस्तुओ का दाम भी बढेगा। देश मे प्राकृतिक आपदा आएंगी।

नये साल के लिए कुछ ज्योतिषियों का मानना है कि नये साल के राजा शनि का वाहन घोड़ा होगा। ऐसी स्थिति में नये साल में राजनैतिक मतभेद बढेंगा, शासन सत्ता में भारी फेर बदल होगा, सत्ता में रानैतिक गठजोड़ होंगे। इसके साथ ही शासन सत्ता रहेगी पिता पुत्र के हाथ में इस साल के राजा अगर शनि है तो मंत्री सूर्य देव रहेंगे।