हाथरस मामला: पीड़िता के गाँव रवाना हुए राहुल-प्रियंका , पुलिस के रोकने पर किया…

हाथरस के अलावा कांग्रेस नेतृत्व बलरामपुर में भी दलित लड़की के कथित गैंगरेप पर तेज़ी से हमलावर हो रहा है. वहीं, कांग्रेस के आरोपों के जवाब में अब बीजेपी भी पलटवार कर रही है. उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि राहुल और प्रियंका यूपी आकर अपनी राजनीतिक रोटियाँ सेंकना चाहते हैं.

 

उन्होंने कहा, ” राजस्थान के अंदर जाने का शौक उनको (कांग्रेस नेता) नहीं पड़ा है. आप वहां जाइए जहां आपकी सरकार है. क्या हो रहा है वहां पर इसका जवाब देंगे. प्रियंका गांधी, सोनिया गांधी या शांत बैठे रहेंगे.”

इससे पहले कांग्रेस पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से सोनिया गाँधी का एक बयान जारी किया था. सोनिया गाँधी ने कहा, “मरने के बाद भी इंसान की एक गरिमा होती है. हमारा हिन्दू धर्म उसके बारे में भी कहता है. मगर उस बच्ची को अनाथों की तरह पुलिस की ताक़त के ज़ोर से जला दिया गया.”

परिजनों से जबरदस्ती छीन कर पीड़िता के शव को जलवा देने का आदेश किसने दिया? पिछले 14 दिन से कहां सोए हुए थे आप? क्यों हरकत में नहीं आए? और कब तक चलेगा ये सब? कैसे मुख्यमंत्री हैं आप?

राहुल गाँधी ने लिखा, “भारत की एक बेटी का रेप-क़त्ल किया जाता है, तथ्य दबाए जाते हैं और अंत में उसके परिवार से अंतिम संस्कार का हक़ भी छीन लिया जाता है. ये अपमानजनक और अन्यायपूर्ण है.”

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ राहुल और प्रियंका को रास्ते में यमुना एक्सप्रेस पर ही रोक दिया गया, जिसके बाद दोनों पैदल ही हाथरस की ओर बढ़ रहे हैं. राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी ने हाथरस मामले पर एक के बाद एक लगातार कई ट्वीट किए हैं और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस्तीफ़े की माँग की है.

इस दौरान नोएडा के फ़्लाइवे पर अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात कर दिए गए हैं और सुरक्षा बढ़ा दी गई है. इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता डीएनडी फ़्लाइवे पर ही बैठकर योगी सरकार के ख़िलाफ़ नारेबाजी करने लगे.

उत्तर प्रदेश के हाथरस में दलित लड़की से कथित गैंगरेप और हत्या के बाद कांग्रेस योगी आदित्यनाथ की राज्य सरकार पर तेज़ी से हमलावर होती दिख रही है. काँग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी के बयान के बाद अब राहुल और प्रियंका गाँधी हाथरस के लिए रवाना हो गए हैं.