‘सेक्रेड गेम्स’ की कुकू तो आपको याद ही होगी, जिसके लिए गणेश गायतोंडे पागल था। कुकू का ये ऐतिहासिक भूमिका निभाया था एक्ट्रेस कुब्रा सैत ने। इस भूमिका को निभाने के बाद हर कोई बस कुब्रा की ही बातें कर रहा था। उन्होंने इस भूमिका को इतनी शिद्दत से निभाया कि कईयों ने तो ये समझ लिया कि कुब्रा ट्रांसजेंडर ही हैं लेकिन ऐसा नहीं है। आज कुब्रा अपना 27वां जन्मदिन मना रही हैं। यूं तो कुब्रा ने कई भूमिका निभाए हैं लेकिन आज उनके जन्मदिन के मौके पर हम आपको बताने जा रहे हैं कि ‘कुकू’ के भूमिका में जान डालने के लिए कुब्रा ने क्या-क्या जतन किए थे।
इस भूमिका के बारे में कुक्कू यानी एक्ट्रेस कुब्रा सैत ने खुद एक साक्षात्कार के दौरान बात की थी। उन्होंने बताया, ‘अनुराग कश्यप ने मुझे इस भूमिका को लेकर एक सलाह दी थी कि मैं भूमिका के प्रति ईमानदार रहूं। ‘ उन्होंने बताया, ‘मैंने इस भूमिका को एक ह्यूमन टच के साथ निभाने की प्रयास की। मैं हमेशा भूमिका को एक इंसान की तरह देखती हूं। इससे मुझे उनकी सोच समझने में सरलता होती है’।
भूमिका को बनाया जानदारकुब्रा ने बताया, ‘अपना भूमिका जानकर मैंने अनुराग सर को फोन किया व बोला कि किताब में तो कुक्कू का जिक्र ही नहीं है। आपने मुझे कौन सा भूमिका दिया है। इस पर अनुराग सर ने कहा, बुक मत पढ़, उसमें है ही नहीं। किताब में कुक्कू का हल्का सा जिक्र है। वो एक ट्रांसजेंडर है व पेशे से कैब्रे डांसर है। इस भूमिका को बेहतरीन ढंग से डेवलप करने के लिए मैं राइटर वसंत नाथ, स्मिता सिंह, वरुण ग्रोवर व मेकर्स को सेल्यूट करती हूं। उन्होंने इस भूमिका को यादगार बनाया’। मेकर्स ने किया ऐसा काम
एक तरफ जहां फिल्मों में ट्रांसजेंडर किरदारों को नेगेटिव, कॉमेडी या हल्के एलिमेंट तक सीमित रखा गया है। वहीं सेक्रेड गेम्स में कुक्कू का मजबूत भूमिका दर्शकों को इंप्रेस करने में सफलरहा। बल्कि इस भूमिका ने तो ऐसी सुर्खियां बटोंरी कि लोग उन्हें ट्रांसजेंडर मानने लगे। इस पर भी कुब्रा ने जवाब दिया है। सरल नहीं था कामउन्होंने फनी अंदाज में अपने बारे में बताते हुए बोला ‘जब लोग इस बारे में बात करते हैं तो मुझे लगता है कि मेरी तारीफ कर रहे हैं। मैं औरत हूं जिसे आदमी पसंद हैं लेकिन मैंने अपने भूमिकासे संसार को ये मानने के लिए विवश कर दिया तो मैं खुद को बहुत ज्यादा तेज मानती हूं। इसी तरह मैं स्कूल के दिनों में पूरी ईमानदारी के साथ पेड़ का भूमिका अदा करती थी जब मैं छह वर्षकी थी’। यानी पेड से लेकर कुकू के भूमिका तक कुब्रा ने हर एक भूमिका को पूरी शिद्दत से निभाया है व वो स्क्रीन पर साफ दिखाई भी दिया है।
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