सुप्रीम कोर्ट बलात्कार पीड़िता के विरूद्ध दायर मामलों में सुनवाई नहीं करेगा

सुप्रीम न्यायालय ने यूपी सरकार से उन्नाव बलात्कार पीड़िता  उसके परिजनों के विरूद्ध दायर 20 से अधिक मामलों पर रिपोर्ट मांगने से मंगलवार को मना कर दिया. उन्नाव बलात्कार पीड़िता अस्पताल में जिंदगी  मृत्यु की जंग लड़ रही है.

समाचार एजेंसी आईएएनएस के अनुसार, न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता की अध्यक्षता वाली एक पीठ ने बोला कि पीठ मुद्दे का दायरा नहीं बढ़ाना चाहती है. उन्होंने कहा, “दुष्कर्म पीड़िता और उसके परिवार के विरूद्ध दर्ज अन्य मामलों में पीठ हस्तक्षेप नहीं करना चाहती है.

पीठ ने यह बात उस वक्त की जब एक एडवोकेट ने बलात्कार पीड़िता  उसके परिजनों के लंबित पड़े मामलों के बारे में बात की. न्यायालय ने बोला कि वह पीड़िता से जुड़े पहले के उन पांच मामलों में ध्यान केंद्रीत करना चाहती है, जिनमें सुनवाई की गई थी. मुद्दे में आगे की सुनवाई सोमवार तक के लिए टाल दी गई है.

शीर्ष कोर्ट ने पीड़िता के परिजन के एक लेटर पर संज्ञान लिया था, जिसमें बीजेपी (भाजपा) के निष्कासित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के आदमियों से परिवार को धमकियां मिलने की बात कही गई थी.

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में पीड़िता का उपचार चल रहा है, उसे पिछले सप्ताह ही लखनऊ से यहां स्थानांतरित किया गया था. पीड़िता की हालत गम्भीर बनी हुई है  उसे एडवांस सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है. उसके एडवोकेट महेंद्र सिंह की हालत भी बेहद गंभीर बनी हुई है. वह बेहोश हैं  उन्हें भी एडवांस सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है.

राय बरेली में 28 जुलाई को बलात्कार पीड़िता अपने दो रिशतेदारों  अपने एडवोकेट के साथ कार में यात्रा कर रही थी, इसी बीच एक तेज गति से आ रहे ट्रक ने उन्हें मुक़ाबला मार दी.एक्सीडेंट में दोनों संबंधियों की मृत्यु हो गई थी.

सुप्रीम न्यायालय ने यूपी सरकार से उन्नाव बलात्कार पीड़िता  उसके परिजनों के विरूद्ध दायर 20 से अधिक मामलों पर रिपोर्ट मांगने से मंगलवार को मना कर दिया. उन्नाव बलात्कार पीड़िता अस्पताल में जिंदगी  मृत्यु की जंग लड़ रही है.

समाचार एजेंसी आईएएनएस के अनुसार, न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता की अध्यक्षता वाली एक पीठ ने बोला कि पीठ मुद्दे का दायरा नहीं बढ़ाना चाहती है. उन्होंने कहा, “दुष्कर्म पीड़िता और उसके परिवार के विरूद्ध दर्ज अन्य मामलों में पीठ हस्तक्षेप नहीं करना चाहती है.

पीठ ने यह बात उस वक्त की जब एक एडवोकेट ने बलात्कार पीड़िता  उसके परिजनों के लंबित पड़े मामलों के बारे में बात की. न्यायालय ने बोला कि वह पीड़िता से जुड़े पहले के उन पांच मामलों में ध्यान केंद्रीत करना चाहती है, जिनमें सुनवाई की गई थी. मुद्दे में आगे की सुनवाई सोमवार तक के लिए टाल दी गई है.

शीर्ष कोर्ट ने पीड़िता के परिजन के एक लेटर पर संज्ञान लिया था, जिसमें बीजेपी (भाजपा) के निष्कासित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के आदमियों से परिवार को धमकियां मिलने की बात कही गई थी.

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में पीड़िता का उपचार चल रहा है, उसे पिछले सप्ताह ही लखनऊ से यहां स्थानांतरित किया गया था. पीड़िता की हालत गम्भीर बनी हुई है  उसे एडवांस सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है. उसके एडवोकेट महेंद्र सिंह की हालत भी बेहद गंभीर बनी हुई है. वह बेहोश हैं  उन्हें भी एडवांस सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है.

राय बरेली में 28 जुलाई को बलात्कार पीड़िता अपने दो रिशतेदारों  अपने एडवोकेट के साथ कार में यात्रा कर रही थी, इसी बीच एक तेज गति से आ रहे ट्रक ने उन्हें मुक़ाबला मार दी.एक्सीडेंट में दोनों संबंधियों की मृत्यु हो गई थी.