सीरिया में सरकारी मीडिया व एक निगरानीकर्ता ने रविवार को बोला कि विद्रोहियों द्वारा गवर्नमेंट के नियंत्रण वाले शहर में एक दिन पूर्व ‘‘विषैली गैस’’ का हमला करने के बाद अलेप्पो में करीब 100 सीरियाई लोगों को सांस लेने में दिक्कत में हुई। इन लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इदलीब शहर में एक विद्रोही साझेदारी ने कथित हमले में अपनी किसी संलिप्तता से मना किया है। सरकारी खबर एजेंसी सना के मुताबिक ‘‘सांस लेने में दिक्कत के 107 मामले’’ सामने आए हैं। ब्रिटेन स्थित निगरानीकर्ता ‘सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स’ ने बोला कि कुल 94 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन उनमें से अधिकांश को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। अस्पताल में मौजूद 31 मरीजों की हालत भी गंभीर नहीं है।
आईएस ने अमेरिका को दी खुली चुनौती, मार गिराए US समर्थित 47 सैनिक
सीरिया के पूर्वी हिस्से में पिछले दो दिन में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट की ओर से किये गए हमलों में अमेरिका समर्थित 47 सैनिकों की मौत हो गयी। ब्रिटेन स्थित निगरानी संस्था ने शनिवार को यह जानकारी दी। सीरियन ऑब्जर्वेट्री फॉर ह्यूमन राइट्स ने इससे पहले मरने वालों की संख्या 24 बतायी थी। निगरानी संस्था ने शनिवार को बताया कि जिहादियों ने तीन वहमले किये हैं।
‘आईएस से बहुत ज्यादा बड़ा खतरा है रूस’
ब्रिटेन के सेना प्रमुख जनरल मार्क कार्लटन-स्मिथ ने बोला कि ब्रिटेन की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से अब रूस, आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) से बहुत ज्यादा बड़ा खतरा बन चुका है। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, जून में जनरल स्टाफ प्रमुख के पद पर नियुक्त होने के बाद अपने पहले इंटरव्यू में जनरल कार्लटन-स्मिथ ने बोला कि निर्विवाद रूप से रूस अब अल कायदा व आईएस जैसे इस्लामी आतंकवादी समूहों से बड़ा खतरा बन चुका है।
उन्होंने कहा, ‘रूस ने पश्चिमी अतिसंवेदनशीलता की छानबीन व शोषण करने के सुनियोजित कोशिश किए हैं, विशेषकर साइबर, अंतरिक्ष, समुद्र के भीतर युद्ध के गैर पारंपरिक क्षेत्रों में।‘ कार्लटन-स्मिथ ने कहा, ‘हम रूस द्वारा पैदा किए गए खतरे को लेकर आत्मसंतुष्ट नहीं हो सकते व न ही इसे निर्विरोध छोड़ सकते हैं। ‘