सीएम योगी ने अफसरों पर कसा तंजा व कहा :’दो सालों में खूब प्रमोशन दिए, अब बारी है…’

उत्तर प्रदेश प्रांतीय सिविल सेवा (प्रोन्नति अधिकारी) संघ की सालाना वार्षिक बैठक में पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों को बेहतर काम करने की नसीहत दी। अधिवेशन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ कहा कि अफसर चाहे तो समाज और राज्य की तस्वीर बदल सकते हैं। मेहनत और लगन से आम आदमी के लिए काम करें, तो उसे उनकी अपनी छवि भी बेहतर होती है। योगी ने कहा कि सरकार ने दिए। अब बारी अफसरों की है, वह भी अपनी मेहनत से प्रदेश की गरीब जनता के लिए कुछ करके दिखाएं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को दिल्ली से लौटने के बाद सीधे उत्तर प्रदेश प्रांतीय सिविल सेवा प्रोन्नति अधिकारी संघ के वार्षिक अधिवेशन में पहुंचे। अधिवेशन के तमाम औपचारिकताओं और संघ के पदाधिकारियों के द्वारा मांगों को रखने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 45 मिनट तक प्रमोशन से पीसीएस बने अफसरों को क्लास ली।

अपने 45 मिनट के भाषण में मुख्यमंत्री कई बार शिकायत करते नजर आए, तो कभी हिदायत तो कहीं बेहतर काम करने के लिए प्रोत्साहित भी कर गए। मुख्यमंत्री ने बेहतर काम करने और समाज के लिए काम करने से ना घबराने की नसीहत देते हुए कहा कि राजस्व विभाग उत्तर प्रदेश का सबसे अहम और सबसे पुराना विभाग है। गरीब जनता का प्रशासन के जिस अफसर से सीधा और पहला वास्ता पड़ता है, वह इसी संघ के लोग होते हैं। कोई तहसील में बैठा है, कोई ब्लॉक में, तो कोई यूनिवर्सिटी में। सभी अफसर महत्वपूर्ण विभागों की महत्वपूर्ण कुर्सियों पर बैठे हैं।

उन्होंने कहा कि सरकार ने बीते 2 सालों में जमकर प्रमोशन दिए, लोक सेवा आयोग को भी खाली पदों की भर्ती के लिए लिखा गया है। सरकार हर सुख सुविधा देती है, लेकिन अधिकारी काम करने से कतराते हैं। काम करने के अधिक घंटों को देखकर अफसर पीछे रहते हैं। इस संघ के अफसरों का जनता से सीधा जुड़ाव है। जब आप जनता से सीधा जुड़ाव महसूस करेंगे, तभी काम की अधिकता परेशान नहीं करेगी। बेहतर काम करने वाले अधिकारी को लोग दशकों तक याद करते हैं और काम नहीं करने वाले को कोई याद नहीं करता। हर व्यक्ति को न्याय मिले हर व्यक्ति की मदद हो यही भावना अधिकारी को यशस्वी बनाता है।

मुख्यमंत्री ने शिकायत के लहजे में कहा कि दफ्तर आने का वक्त 9:00 बजे होता है, लेकिन अधिकारी 11:00 बजे पहुंचते हैं और कई तो पहुंचते ही नहीं। सीएम हेल्पलाइन में आ रही शिकायतों को भी अधिकारियों ने निस्तारित लिखकर निपटाना शुरू किया था, लेकिन हमने शिकायतकर्ता की संतुष्टि के बाद ही शिकायत को निस्तारित मानने की व्यवस्था की। उन्होंने कहा कि जनता दरबार में आए 90 फीसदी मामले प्रशासन और पुलिस से जुड़े होते हैं। राजस्व से जुड़े मामलों का समय से निस्तारण ना होना बड़े विवाद का कारण होता है और कई बार बड़ी घटनाएं होती हैं। मुख्यमंत्री ने नसीहत देते हुए कहा कि हम जहां भी रहे, वहां रोज कम से कम एक घंटा जनता से मिले। जनता की शिकायतों को दूर करने की कोशिश करें। ऑफिस में बैठे बाबू सरकारी पैसे को वसूल कर अपनी तिजोरी भर लेते हैं, जिसके चलते ही कभी नगर निगम की बिजली कट जाती है, तो कभी पानी। जो पैसा विभाग में आना चाहिए वह कहीं और जाता है।

मुख्यमंत्री ने संघ की सालाना बैठक को और बेहतर करने के लिए सुझाव दिया, जो भी अच्छा काम करें ।अपने काम का प्रेजेंटेशन बनाकर पेश करें। सीनियर का किया हुआ अच्छा काम जूनियर अफसर के लिए प्रेरणा देता है और कई बार आपके द्वारा शुरू की गई छोटे स्तर पर किसी योजना से सरकार की भी बड़ी समस्या का निराकरण मिलता है। मुख्यमंत्री ने अफसरों के संग को ट्रेड यूनियन न बनने देने की हिदायत दी और कहा कि मन लगाकर बेहतर काम करने में ही आपकी भलाई है समाज की भलाई है और प्रदेश की भलाई है।