सरकार ने लागू किया ये नियम, स्मोकिंग नहीं करने वाले कर्मचारियों कंपनी देगी ज्यादा छुट्टियां

अगर आपके कार्यालय में भी यह नियम लागू हो जाए कि सिगरेट नहीं पीने वालों को स्मोकिंग करने वालों से ज्यादा छुट्टियां मिलेंगी, तो कैसा हो ऐसा होने पर शायद कुछ एम्पलाई स्मोकिंग छोड़ दें हो सकता है आपको यह समाचार पढ़कर यकीन न हो लेकिन एक कंपनी ने ऐसा ही किया है जिस कंपनी की हम बात कर रहे हैं उसके नए नियम के अनुसार स्मोकिंग छोड़ने वाले कर्मचारियों को स्मोक करने वालों की तुलना में ज्यादा छुट्टियां दी जाएंगी एक मार्केटिंग कंपनी की तरफ से यह पहल कर्मचारियों को ज्यादा से ज्यादा हेल्दी लाइफस्टाइल के प्रति प्रेरित करने के लिए की गई है

कर्मचारी ने की थी यह शिकायत
पिलाला इंक नामक मार्केटिंग फर्म की तरफ से अपने ऐसे कर्मचारियों को हर वर्ष 6 छुट्टियां ज्यादा देने की घोषणा की गई है जो स्मोकिंग नहीं करते या स्मोकिंग छोड़ने का निर्णय करते हैं आखिर ऐसा क्या हुआ कि कंपनी को अपने पॉलिसी में परिवर्तन करना पड़ा दरअसल कंपनी के एक स्मोकिंग नहीं करने वाले कर्मचारी की तरफ से शिकायत की गई कि धूम्रपान करने वाले उससे ज्यादा ब्रेक लेते हैं  इससे कंपनी की प्रोडक्टिविटी प्रभावित होती है उसने अपनी शिकायत में आगे बोला कि कार्यालय 29वें फ्लोर पर है  स्मोकिंग रूम बेसमेंट में स्थित है

स्मोक ब्रेक में प्रतिदिन 15 मिनट होते हैं जाया
इसके बाद कंपनी ने अनुमान लगाया कि एक कर्मचारी प्रतिदिन स्मोक ब्रेक में कम से कम 15 मिनट का समय लगाता है ऐसे में पूरे वर्ष में बहुत ज्यादा समय सिगरेट ब्रेक के लिए जाता है इस अनुमान के बाद कंपनी ने स्मोकिंग नहीं करने वाले या इस घोषणा के बाद स्मोक छोड़ने वाले कर्मचारियों को ज्यादा छुट्टियां देने का ऐलान किया ऐसा इसलिए किया गया ताकि नॉन-स्मोकर्स कर्मचारियों के टाइम को मैनेज किया सके

चार कर्मचारियों ने धूम्रपान छोड़ने का निर्णय किया
जापान की इस कंपनी के करीब 35 फीसदी कर्मचारी धूम्रपान करते हैं इस घोषणा के बाद चार कर्मचारियों ने धूम्रपान छोड़ने का निर्णय कर लिया आपकी जानकारी के लिए बताते चलें जापान स्मोकिंग कल्चर के लिए पहचाना जाने वाला राष्ट्र है  करीब 18 फीसदी जापानी स्मोकिंग करते हैं आंकड़ों के अनुसार जापान में हर वर्ष 1.3 लाख लोगों की मौत स्मोकिंग के कारण होने वाली बीमारियों से होती है यहां की गवर्नमेंट ने भी स्मोकिंग की रोकथाम के लिए कई तरीका किए हैं हिंदुस्तान में भी स्मोकिंग की समस्या दिन पर दिन बढ़ रही है अगर राष्ट्र की कंपनियां भी इस तरह की घोषणा कर्मचारियों के हित में करती हैं तो इससे राष्ट्र में धूम्रपान करने वालों की संख्या कम हो सकती है