सरकार ने घटाए पेट्रोल-डीजल के दाम , लोगो को मिली बड़ी राहत

मुख्यमंत्री की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि वैट की दरों में कमी से राज्य सरकार को सालाना राजस्व में अनुमानित 1000 करोड़ रुपये की कमी आएगी। राजस्थान देश के उन चुनिंदा राज्यों में है जहां पेट्रोल-डीजल पर वैट ज्यादा है।

मुख्यमंत्री अशाेक गहलोत ने डीजल पेट्रोल पर अब केंद्रीय करों में कमी की मांग की है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार पेट्रोल पर 32 रुपये 98 पैसे प्रति लीटर और डीजल पर 31 रुपये 83 पैसे प्रति लीटर उत्पाद शुल्क ले रही है जो बहुत ज्यादा है।

सीएम के फैसले के बाद वित्त विभाग ने पेट्रोल-डीजल से वैट कम करने के आदेश जारी कर दिए हैं। दरों में कमी के आदेश रात 12 बजे से लागू हो गए हैं। शुक्रवार सुबह से लोगों को सस्ता पेट्रोल मिलना शुरू हो गया है।

वैट में दो फीसदी की कमी के बाद अब प्रदेश में पेट्रोल 92.50 रुपए तथा डीजल 84.61 रुपये प्रति लीटर हो गया है। यानी पेट्रोल पर 1.35 रुपये और डीजल पर 1.32 रुपये की कमी हुई है। गुरुवार को पेट्राेल 93.85 और डीजल 85.94 रुपये प्रति लीटर था।

उल्‍लेखनीय है कि राजस्‍थान के श्रीगंगानगर जिले में पेट्रोल का भाव 100 रुपये प्रति लीटर से अधिक हो गया है। यूं तो देशभर में पेट्रोल और डीजल की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं लेकिन राजस्थान में कीमतें सबसे ज्यादा है और राज्य में कई जगहों पर पेट्रोल का भाव 100 रुपए प्रति लीटर तक पहुंच गया है।

राज्य में पेट्रोल पर प्रति लीटर 38 प्रतिशत वैट और 1.75 रुपए सेस वसूला जाता है, वहीं डीजल पर राज्य में 28 रुपए प्रति लीटर वैट और 1.50 रुपए सेस वसूला जाता है। अब राज्य सरकार ने वैट घटाने का फैसला किया है, जिस वजह से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कुछ कमी आ सकती है।

महंगे पेट्रोल-डीजल से राज्‍य की जनता को राहत देने के लिए राजस्‍थान में मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत सरकार ने दोनों प्रमुख ईंधन पर मूल्‍य वर्धित कर वैट) में कटौती का ऐलान किया है।

पेट्रोल और डीजल की रिकॉर्ड तोड़ कीमतों से राजस्थान में कुछ राहत मिली है। राज्य सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर वैट घटाने का फैसला किया है। राजस्थान सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर वैट में 2 प्रतिशत की कटौती की है। इस कटौती के बाद राजस्थान में अब पेट्रोल पर 36 प्रतिशत तथा डीजल पर 26 प्रतिशत वैट लागू होगा।