यहां बता दें कि एआरटीओ अर्चना मिश्रा ने बताया कि शनिवार को लक्ष्मीनारायण नाम के आदमी का लाइसेंस नवीनीकरण के लिए आया था. जिसमें उसकी जन्मतिथि 1 जनवरी 1968 की थी. यह लाइसेंस 4 जनवरी 1980 को जारी हुआ था. वहीं इस समय उसकी आयु 12 वर्ष थी. जबकि 8 जुलाई 2015 को उसके लाइसेंस का नवीनीकरण भी कर दिया गया. यह गलती पकड़ में आई तो हमने जांच के आदेश दिए हैं.
गौरतलब है कि इस तरह के मामले अक्सर सरकारी दफ्तरों में होते हैं. जिन्हें बहुत बड़ी लापरवाही मानते हुए कार्यवाही की जाती है. वहीं बता दें कि विभाग द्वारा 1980 में किसने लाइसेंस बनाया, इसकी जानकारी तो नहीं मिल पाएगी. लेकिन 2015 में यह लाइसेंस किसने रिन्यू किया है, इसकी जानकारी निकाली जा रही है. वहीं गलती होने पर संबंधित पर कार्रवाई की जाएगी. इधर लाइसेंस के बारे में भी लाइसेंस धारक से वास्तविक मार्कशीट व दस्तावेज मंगाए जा रहे हैं.