सड़कों पर उतरे किसानों को रोकने के लिए सरकार करने जा रही ये काम , क्या बनेगी बात…

किसानों के प्रदर्शन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में कृषि कानूनों के फायदे गिनाएं और इसे किसानों के लिए हितकारी करार दिया। साथ ही पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि कुछ राजनीतिक दल किसानों को बर्गला रहे हैं और सरकार के खिलाफ उकसा रहे हैं। हालांकि, किसान MSP-मंडियों को जिंदा रखने के भरोसे को लिखित रुप में मांग रहे हैं ऐसा ना होने पर NCR जाम करने की चेतावनी दे रहे हैं।

 

वहीं आंदोलन कर रहे किसानों ने कहा कि वे सशर्त बातचीत स्वीकार नहीं करेंगे। साथ ही चेतावनी दी है कि वे राष्ट्रीय राजधानी में आने वाले सभी पांच प्रवेश मार्गों को बंद कर देंगे। किसानों को नए कृषि कानूनों के बारे में आशंका है कि इससे न्यूनतम समर्थन मूल्य समाप्त हो जाएगा।

कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह ने कहा, ’13 नवंबर को हमने अगले दौर की बातचीत तीन दिसंबर को करने का फैसला किया था लेकिन किसानों ने अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखा।

कोविड की स्थिति और सर्दियों की वजह से हमने फैसला किया कि हमें तीन दिसंबर से पहले बातचीत करके हालात का समाधान निकालने की जरूरत है। इसलिए एक दिसंबर को तीन बजे उन सभी किसान संगठनों को आमंत्रित किया गया है जो पहले दौर की वार्ता में मौजूद थे।’

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने 1 दिसंबर यानी आज दिल्ली के विज्ञान भवन में किसान नेताओं के साथ बैठक बुलाई है। पिछले 6 दिनों से किसान सड़कों पर हैं और लगातार सरकार से आधिकारिक वार्ता की अपील कर रहे थे। पहले सरकार की शर्त थी कि किसान बुराड़ी ग्राउंड में जाएं, फिर बात होगी लेकिन किसानों ने इसे नहीं माना था। इससे पहले अक्टूबर-नवंबर में भी किसान-सरकार के प्रतिनिधियों की बात हो चुकी है।

कोरोना संकट और ठंड को देखते हुए सरकार ने 3 दिसंबर को होने वाली बातचीत पहले बुलाई है। आपको बता दें कि किसान पिछले छह दिनों से दिल्ली बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं और अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं।

केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का ये प्रस्ताव बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं के साथ विचार-विमर्श के बाद आया। केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ हजारों किसान दिल्ली की सीमा पर पिछले 6 दिनों से धरने पर हैं।

कृषि कानूनों के खिलाफ सड़कों पर उतरे किसानों के प्रदर्शन का आज छठा दिन है। इस बीच केंद्र सरकार ने किसानों को मानाने की कवायद तेज कर दी है। सरकार आज किसानों बातचीत करेगी। यह बैठक दोपहर तीन बजे विज्ञान भवन में होगी।