सक्रिय राजनीति से सन्यास नहीं लेंगे, एचडी देवगौड़ा

पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीएस के अध्यक्ष एचडी देवगौड़ा ने कहा है कि वह सक्रिय राजनीति से सन्यास नहीं लेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा के दिग्गज नेता एलके आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी की तरह वह राजनीति से संन्यास नहीं लेंगे। अगर राहुल गांधी देश के प्रधानमंत्री बनते हैं तो वह उनके साथ होंगे। लोकसभा चुनाव लड़ने के फैसले पर देवगौड़ा ने कहा कि मैंने तीन वर्ष पहले ही कह दिया था कि मैं लोकसभा चुनाव लड़ूंगा। मौजूदा हालात ऐसे हैं कि मुझे चुनाव लड़ना ही होगा।

मेरी कोई महत्वाकांक्षा नहीं

देवगौड़ा ने कहा कि मेरे पास कुछ भी छिपाने के लिए नहीं है, मेरी कोई महत्वाकांक्षा भी नहीं है, मैंने यह हमेशा ही कहा है कि मैं सक्रिय राजनीति से संन्यास नहीं लेने जा रहा हूं। बता दें कि देवगौड़ा कर्नाटक की तुमकुर सीट से भाजपा के जीएस बासवाराज के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। जब उनसे पूछा गया कि क्या आप आडवाणी और जोशी की तरह संन्यास लेंगे तो उन्होंने कहा कि नहीं, मैं अपनी पार्टी को बचाना चाहता हूं, इसके बाद पार्टी के ऑफिस को मजबूत करेंगे।

सोनिया गांधी को लेकर कही ये बात

एचडी कुमारस्वामी ने कहा था कि देवगौड़ा देश के अलगे प्रधानमंत्री बन सकते हैं, इसपर देवगौड़ा ने कहा कि मैं इसे लेकर बिल्कुल भी चिंतित नहीं हूं। मेरा चिंता है कि मोदी संसद में आएंगे, मुझमे इतनी हिम्मत है कि मैं बता सकता हूं कि देश का प्रधानमंत्री कौन होगा। अगर राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनते हैं, मैं उनके साथ रहूंगा, प्रधानमंत्री बनना ही जरूरी नहीं है। कांग्रेस को लेकर अपनी प्रतिबद्धता पर देवगौड़ा ने कहा कि सोनिया गांधी ने इसका फैसला लिया था, हम छोटी पार्टी थे बावजूद इसके उन्होंने हमे प्रदेश में सरकार चलाने की जिम्मेदारी दी।

परिवारवाद पर दी सफाई

जिस तरह से देवगौड़ा पर परिवार को बचाने का आरोप लगता है और वह पार्टी को बचाने के लिए ज्यादा चिंतित नहीं है, इसपर देवगौड़ा ने कहा कि कई ऐसे नेता जो मेरे साथ मिलकर काम करते थे, वह जा चुके हैं। कुछ लोग कांग्रेस में हैं, कुछ लोग भाजपा में हैं। मैं पार्टी को एकजुट रखने में सक्षम था, लेकिन मुश्किल के दौर से गुजरना पड़ा। मैंने अपने परिवार के लोगों को पार्टी का अध्यक्ष बनने नहीं दिया।