इसी के साथ उन्होंने कहा कि यूपीए का दायरा और बढ़ना चाहिये. शरद पवार एक ऐसे नेता माने जाते है जिसकी जनता हर बात सुनती भी है और मानती भी. उन्होंन कहा, कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद उनकी बात सुनते हैं.
वहीं, महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक का कहना है कि अगर शिवसेना सरकार पवार साहब के नाम की वकालत कर रही है तो हम उनके आभारी हैं.
दरअसल, शिवसेना ने अपने संपादकीय सामना के जरिए इशारों-इशारों में केंद्रीय विपक्ष पर हमला बोला है. संपादकीय में परोक्ष रुप से UPA का नेतृत्व शरद पवार को सौंपने की वकालत की गई है. इसके अलावा राहुल गांधी की नेतृत्व क्षमता पर भी सवाल उठाए गए हैं.
संजय राउत ने कहा कि राजनीति में विपक्ष को एकजुट करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले शरद पवार ने भी कहा था कि विपक्ष को एकजुट खड़े होकर आगे की लड़ाई लड़नी चाहिये. इस बात पर ध्यान नहीं देना चाहिये कि नेता कौन है.
शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने शरद पवार के नेतृत्व में यूपीए सरकार को देखने की बात की है. उन्होंने कहा है कि बीजेपी एक ऐसा दल है जो बेहद मजबूत है. और इस सरकार को गिराने और उसके खिलाफ खड़ा होने के लिए विपक्ष को एकजुट होकर खड़ा होना होगा.