अय्यर ने कहा, मुझे खुशी है कि उन्होंने मेरे खिलाफ रणनीति बनाई है। मैं अभिभूत महसूस कर रहा हूं और इसे चुनौती की तरह ले रहा हूं। लेकिन मैं दबाव में अच्छा प्रदर्शन करता हूं और यह मुझे उनके खिलाफ बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करेगा।
अय्यर ने मैच की पूर्वसंध्या पर संवाददाता सम्मेलन में कहा, मुझे पता था कि शॉर्ट गेंद आने वाला है। मेरे दिमाग में दो बातें चल रही थी, मैं पुल करने और साथ ही अपर कट खेलने के बारे में सोच रहा था। मैं दो विचारों के बीच में फंस गया और शॉट नहीं खेल पाया। इसलिए इसका एक कारण हो सकता है कि मैं शॉर्ट गेंद पर फंस गया। लेकिन दूसरे मैच में मैं इस सोच के साथ आया था कि गेंद को देखो और उस पर अपना शॉट खेलो।
मध्यक्रम बल्लेबाज ने कहा कि आस्ट्रेलियाई गेंदबाज अटैकिंग फील्ड के साथ शॉट गेंदों से उन्हें टारगेट कर रहे थे और उन्होंने इसे चुनौती के रूप में स्वीकार किया। उन्होंने साथ ही कहा कि इससे उन्हें रन बनाने के भी मौके मिलते हैं।
अय्यर पहले वनडे में जोश हेजलवुड की शॉर्ट और तेज गेंद पर मात्र दो रन बनाकर आउट हो गए थे। लेकिन दूसरे वनडे में उन्होंने इसकर डटकर सामना किया और बेहतर बल्लेबाजी करते हुए 38 रन बनाए थे।
भारतीय टीम तीन मैचों की वनडे सीरीज में दो मैच हारकर सीरीज में 0-2 से पिछड़ चुकी है और अब उसे बुधवार को यहां मानुका ओवल मैदान पर आस्ट्रेलिया के साथ तीसरा और अंतिम वनडे खेलना है।
सिडनी में खेले गए पहले वनडे में तेज और शॉर्ट गेंद पर आउट होने वाले भारतीय बल्लेबाज श्रेयस अय्यर ने कहा है कि दूसरे वनडे में वह ऐसी गेंदों के खिलाफ थोड़ी तैयारी करके उतरे थे।