कोलकाता में मंगलवार को के रोड शो के दौरान भड़की हिंसा को लेकर शिवसेना ने भी पश्चिम बंगाल की ममता सरकार पर निशाना साधा है। शिवसेना ने गुरुवार को अपने मुखपत्र सामना में प्रकाशित आर्टिक्ल में को घुसपैठियों को संरक्षक बताया है।
पार्टी ने सामना में लिखा है कि बांग्लादेश से लाखों घुसपैठिये पश्चिम बंगाल में आए हैं व ‘वोट बैंक’ की पॉलिटिक्स के तहत ममता बनर्जी ने उन्हें पूरा संरक्षण दिया है।
शिवसेना के मुखपत्र सामना में पश्चिम बंगाल में हुई चुनावी हिंसा पर तीखा हमला कहा गया है। सामना में लिखा गया है कि लोकसभा चुनाव के प्रचार के लिए भाजपा के बड़े नेताओं को पश्चिम बंगाल में प्रचार के लिए कदम भी न रखने देना, ये कैसी दादागीरी? ममता बनर्जी गुजरात में प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी या शाह के विरूद्ध प्रचार में गई होतीं तो उन्हें कोई नहीं रोकता। लोकतंत्र ने यह स्वतंत्रता सभी को दी है जबकि पश्चिम बंगाल तो हिंदुस्तान का एक भाग ही है। वहां आने-जाने के लिए ‘वीजा’ की आवश्यकता नहीं पड़ती। पिछले कुछ सालों से पश्चिम बंगाल का सामाजिक मन बेचैन है।
बता दें कि कोलकाता में मंगलवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान उनकी पार्टी व तृणमूल कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच प्रयत्न हुआ था। शाह को अपना यह प्रोग्राम बीच में रोकना पड़ा था व पुलिस उन्हें वहां से सुरक्षित निकाल कर ले गई थी। इसके बाद अमित शाह व भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस पार्टी व ममता बनर्जी पर चुनावी हिंसा फैलाने के आरोप लगाए थे।