शादी के तीन महीने बाद महिला डॉक्टर ने किया ये काम, जानकर उड़े गए लोगो के होश

वहीं, डॉ. महेश केजीएमयू में डॉ. मीनू के वरिष्ठ सहपाठी थे, वह उसे अक्सर ब्लैकमेल करते थे, जिसके कारण उसका पारिवारिक जीवन खराब हो गया। इसी कारण उसने खुदकुशी की है। बता दें, मीनू की शादी झांसी के डॉ. अक्षय यादव के साथ 28 जून को हुई।

 

अक्षय भोपाल में तैनात हैं। परिजनों ने बताया कि शादी के बाद मीनू की ससुरालवालों से किसी बात पर अनबन हो गई थी, इसके बाद वह ससुराल नहीं गई। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया और मामले की जांच कर रही है।

मां ने पुलिस को बताया कि रविवार सुबह करीब 10 बजे वह बाथरूम में नहाने गई। इतनी देर में मीनू ने दुपट्टे का फंदा बनाकर पंखे के हुक से फांसी लगा ली।पुलिस के मुताबिक, डॉ. मीनू के पिता ने पति डॉ. अक्षय यादव, उनके बहनोई डॉ. प्रवीण यादव और डॉ. महेश के खिलाफ तहरीर दी है। पिता का आरोप है कि डॉ. अक्षय व प्रवीण दोनों दहेज के लिए मीनू को प्रताड़ित करते थे।

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रविवार को एक महिला डॉक्टर (32) ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। तीन महीने पहले ही डॉक्टर की शादी हुई थी। हालांकि, ससुरालवालों से अनबन के बाद वह मायके में ही रह रही थी।

मां की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस के मुताबिक, मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। परिजन ससुरालवालों को आत्महत्या का जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। मामले की जांच की जा रही है।

कानपुर के चकेरी थानाक्षेत्र के पटेलनगर रामादेवी के रहने वाले डॉ. आरबी सिंह की बेटी डॉ. मीनू यादव लखनऊ के सरोजनी नगर में कॉलेज परिसर में बने आवास में रहती थी। मीनू का कमरा दूसरी मंजिल पर था, जहां वह अपनी मां रामरानी के साथ रहती थी। मीनू टीएस मिश्रा मेडिकल कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर थी।