शंकराचार्य निश्चलानंद के तीखे बोल, राम मंदिर पर जुआ खेल रही भाजपा

राममंदिर मुद्दे पर पुरी के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आड़े हाथों लिया है। निश्चलानंद ने गंगासागर में बयान देते कहा कि राम मंदिर मामले में मोदी और भाजपाध्यक्ष अमित शाह जुआ खेल रहे हैं। अपने लाभ के लिए राममंदिर का उपयोग किया जा रहा है, लेकिन राम मंदिर के लिए पार्टी या सत्ता का उपयोग नहीं कर रहे। इनकी नीयत खराब है और जिनकी नीयत खराब होती हैं, उनकी नीतियां दूषित होती हैं।”

‘अयोध्या में राम मंदिर ही बनना चाहिए’
शंकराचार्य ने कहा कि अयोध्या में राम लला का मंदिर ही बनना चाहिए, बाबरी मस्जिद का उल्लेख भी नहीं होनी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर मामले की आधारशिला का तथ्य ही दूषित है। कुछ पार्टियां यह दावा करती हैं कि उन्हें राम मंदिर मामले पर संतों का समर्थन प्राप्त है। संतों को दलगत राजनीति का यंत्र बनकर नहीं रहना चाहिए। ऐसे लोग संत ही नहीं हैं। शंकराचार्य ने कहा कि साढ़े चार साल तक हमारे प्रधानमंत्री को अयोध्या में रामलला का दर्शन करने का विचार तक नहीं आया। क्या इसके लिए भी कांग्रेस या राहुल गांधी ने विरोध किया था? जबकि नेपाल में जाकर चार-चार बार पशुपतिनाथ के दर्शन के लिए उनको बारंबार समय मिल जाता है। मोदी और अमित शाह साढ़े चार साल तक सोते रहे। अब जगे हैं।”

‘बाबरी मस्जिद का उल्लेख तक नहीं होना चाहिए’
बकौल निश्चलानंद, केंद्र हो या प्रांत की सरकार अंग्रेजों की कूटनीति को ना अपनाएं उसे अभिशाप समझे। जितने भी चर्चित दल है सभी सत्ता लोलुप हैं। शंकराचार्य ने राम मंदिर के संदर्भ में सरकार को आगाह किया कि सुप्रीम कोर्ट हो या सरकार के मुखिया, सभी को मानवाधिकारों के दायरे में रहते हुए रामलला के मंदिर पर उदारता पूर्वक विचार करना चाहिए। अयोध्या में बाबरी मस्जिद का उल्लेख तक नहीं होना चाहिए। असल में राम मंदिर मामले पर केंद्र और उत्तरप्रदेश की सरकार दिशाहीन है। राम मंदिर पर नहीं बल्कि उनका सारा ध्यान चुनाव में बाजी मारने पर है। उन्होंने कहा कि हिंदुओं की उदारता को मुस्लिम समुदाय दुर्बलता न समझें।

‘हम विवाद में पडऩा नहीं चाहते’
पुरी के शंकराचार्य ने गंगासागर परिसर में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए गंगासागर और कुम्भ की महत्ता पर कहा कि प्रयाग तीर्थराज है और गंगासागर में संगम की तीनों नदियों का पवित्र जल मिलता है। गंगासागर राष्ट्रीय ही नहीं अंतराष्ट्रीय पर्व और मेला है। जगन्नाथ पुरी मंदिर में चल रहे विवाद पर शंकराचार्य ने कहा कि वह मंदिर को लेकर सेवाइतों और ओडिशा सरकार के बीच के विवाद में पडऩा नहीं चाहते। केंद्र हो या राज्य सरकार हमसे समस्या का समाधान सूत्र लेना नहीं चाहते, जबकि नेपाल व अन्य देशों के लोग उनसे विभिन्न विषयों पर सलाह मशविरा करते हैं।

‘भारत ही वो देश है जहां मुस्लिमों को इतना सम्मान मिला’
शंकराचार्य ने मुसलमानों को लेकर भी बयान दिया, कहा कि वे अपने भविष्य को देखते हुए सहृदयता पूर्वक सोचें। धर्म के आधार पर देश का विभाजन हुआ था, इसके बावजूद भारत में 3-3 राष्ट्रपति, एक उपराष्ट्रपति, गृहमंत्री, मुख्य न्यायाधीश, कई राज्यों के राज्यपाल और मुख्यमंत्री मुस्लिम समुदाय से हुए। मुस्लिम इसे हमारी दुर्बलता ना समझें। अरब, बांग्लादेश, पाकिस्तान या अन्य देशों में भी ऐसी कल्पना नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि अगर हिंदुओं का ह्रदय टूट गया तो विश्व की रक्षा नहीं हो सकती, क्योंकि भारत विश्व का ह्रदय है।”

इधर, गंगासागर तीर्थयात्रियों की सेवा के लिए शिविर उद्घाटन
लॉयन्स क्लब ऑफ कोलकाता काकुंडग़ाछी की ओर से गंगासागर तीर्थयात्रियों की सेवा हेतु काकद्वीप में गंगासागर सेवा शिविर का उद्घाटन हुआ है। सुंदरवन के एसपी तथागत बसु, एडीएम मृणाल कांति रानो, एसडीओ सौविक चटर्जी और डीएमडीसी मेला अधिकारी पार्थ प्रीतम दास आदि अफसरों की मौजूदगी में उद्घाटन हुआ। इस मौके पर काफी संख्या में गंगासागर तीर्थयात्री और अन्य मौजूद थे। लॉयन्स क्लब ऑफ काकुंडग़ाछी के अध्यक्ष नितीन अग्रवाल ने बताया कि मौके पर क्लब के कोषाध्यक्ष मनमोहन बागड़ी, सचिव सूरज चोखानी, एसएल चामडिय़ा, मनोज अग्रवाल, गुलाब वर्मा, मनोज सर्राफ, कनक दुगड़, नंदकिशोर अग्रवाल, दिनेश अग्रवाल, रामगोपाल गुप्ता, अनिल अग्रवाल, अंकित झुनझुनवाला और बजरंगलाल सरावगी आदि मौजूद थे। शिविर को सफल बनाने में क्लब के सभी सदस्य जुटे हैं।

आजमगढ़ सेवा संघ ने किया लिट्टी-चोखा भोज का आयोजन
उधर अखिल भारतीय आजमगढ़ सेवा संघ की ओर से बाबूघाट के आउट्राम घाट में लगे सेवा शिविर में रविवार शाम 6 से रात १० बजे तक लिट्टी-चोखा भोज का आयोजन किया गया। संघ के अध्यक्ष ज्ञानप्रकाश सिंह के अनुसार इस सेवा का काफी संख्या में गंगासागर तीर्थयात्रियों सहित अन्य श्रद्धालुओं ने लाभ लिया।

सेवा में हावड़ा वेलफेयर ट्रस्ट भी जुटा
हावड़ा की सामाजिक संस्था हावड़ा वेलफेयर ट्रस्ट का गंगासागर के सडक़ नं. 5 पर स्थित ट्रस्ट की धर्मशाला ‘राधाकुंज’ में गंगासागर तीथयात्रियों की सेवार्थ 11 जनवरी से सेवा शिविर जारी है। ट्रस्ट के गंगासागर मेला सेवा कार्य प्रभारी सत्यनारायण खेतान ने बताया कि राधाकुंज में हर दिन गंगासागर तीर्थयात्रियों के लिए सुचारू व्यवस्था है। मकर संक्रांति पर लगने वाले गंगासागर मेला के लिए लाखाधिक तीर्थयात्रियों की सेवा के व्यापक इंतजाम ट्रस्ट के पदाधिकारियों-कार्यकत्र्ताओं की देखरेख में किए गए हैं। राधाकुंज में निर्मित 30 स्थायी कमरों के अलावा अस्थायी आवास, अस्थायी सभागार बनाए गए हैं। यहां रहने से लेकर जलपान, भोजन, चाय, प्राथमिक चिकित्सा, बच्चों के लिए दूध का प्रबंध निशुल्क किया गया है। सेवाकार्य में पदाधिकारियों व कार्यकत्र्ताओं का दल जी-जान से जुटा हुआ है।