वैज्ञानिकों ने बनाई ये नई शराब, नाम दिया गया ‘एटॉमिक वोदका’, मुह में लगते ही आपको…

 वैसे तो शराब पीना किसी के लिए भी अच्छा नहीं है। मगर, वैज्ञानिकों ने एक ऐसी शराब बनाई है, जिसका नाम सुनकर ही आप चौंक जाएंगे- एटॉमिक वोदका। इसे बनाने के लिए जिन चीजों का इस्तेमाल किया गया है, उन्हें उस जगह से लिया गया था, जहां कभी बड़ा भयावाह परमाणु हादसा हुआ था। यूक्रेन के चेर्नोबेल के आस-पास के त्याग दिए गए इलाके का अध्ययन करने वाले वैज्ञानिकों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने हाल ही यहां से पानी और यहां उगे अनाज से इस वोदका को बनाया है।

लिहाजा, इसका नाम ‘एटोमिक’ वोदका रखा गया है। यह वोदका पहला उपभोक्ता उत्पाद है, जो चेर्नोबेल के परित्यक्त क्षेत्र से निकाला गया है। बताते चलें कि यूक्रेन में साल 1986 में परमाणु तबाही हुई थी। इस हादसे में सैकड़ों लोगों की मौत हो गई थी।

इसे बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले अनाज को उसी जोन में स्थित एक खेत पर उगाया गया था। इसके विश्लेषण में पता चला कि उसमें कुछ रेडियोधर्मी तत्व मौजूद हैं। आसवन प्रक्रिया में सभी अशुद्धियों को कथित रूप से हटा दिए जाने के बाद एटॉमिक वोदका में सिर्फ वही रेडियोएक्टिव कम्पाउंड मिला, जो अन्य किसी भी स्पिरिट ड्रिंक में मिलता है और वह है प्राकृतिक कार्बन-14।

ब्रिटेन में पोर्ट्समाउथ यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जिम स्मिथ ने बताया कि यह किसी भी अन्य वोदका की तुलना में अधिक रेडियोएक्टिव नहीं है। कोई भी केमिस्ट आपको बताएगा कि जब आप कुछ डिस्टिल करते हैं, तो अशुद्धियां बेकार उत्पाद में रहती हैं। इसलिए हमने राई ली, जो थोड़ी दूषित थी और चेर्नोबेल एक्विफर से पानी लिया और इसे डिस्टिल्ड किया। हमने साउथैम्पटन यूनिवर्सिटी में अपने दोस्तों से कहा कि क्या वे इसमें कोई भी रेडियोएक्टिव कम्पाउंड को देख सकते हैं। उन्हें कुछ भी नहीं मिला। सब कुछ उनकी पहचान की सीमा से नीचे था।

प्रोफेसर स्मिथ सहित शोधकर्ताओं की एक टीम इसे वाणिज्यिक रूप से उपलब्ध कराने की योजना बना रहे हैं और इससे होने वाले मुनाफे का कुछ हिस्सा चेर्नोबेल आपदा से प्रभावित लोगों की मदद के लिए इस्तेमाल करना चाहते हैं।

प्रो. स्मिथ ने कहा कि यूक्रेन के जोन ऑफ ऑब्लीगेटरी रिसेट्लमेंट में हजारों लोग रहते हैं, जहां कृषि भूमि और वित्तीय निवेश का उपयोग अभी भी मना है। एटॉमिक वोदका की बिक्री से आय उन परिवारों को बहुत मदद मिल सकती है। स्मिथ ने कहा कि हमें नहीं लगता कि मुख्य बहिष्करण क्षेत्र को कृषि के लिए बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जाना चाहिए क्योंकि यह अब एक वन्यजीव आरक्षित है। मगर, वहां अन्य क्षेत्रों में जहां लोग रहते हैं और कृषि कार्य अभी भी प्रतिबंधित है।

33 साल पहले कई परित्यक्त क्षेत्रों को अब आसवन की आवश्यकता के बिना सुरक्षित रूप से फसल उगाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। हमारा लक्ष्य मुख्य बहिष्करण क्षेत्र से बाहर के क्षेत्रों के आर्थिक विकास का समर्थन करने के लिए एक उच्च-मूल्य वाला उत्पाद बनाना है, जहां विकिरण अब एक महत्वपूर्ण जोखिम जोखिम नहीं है।

एटॉमिक वोदका परियोजना के समाचार का बहिष्करण क्षेत्र के प्रबंधन के लिए राज्य एजेंसी सहित यूक्रेनी अधिकारियों ने स्वागत किया गया है। इसे बनाने वाली टीम ने अब तक एक ही अनोखी बोतल का उत्पादन किया है, लेकिन साल के अंत तक 500 बोतलों का उत्पादन करने की योजना है और उन्हें चेर्नोबेल क्षेत्र में आने वाले पर्यटकों को बेचना शुरू किया जाएगा। हालांकि, अभी तक इसकी कीमत का खुलासा नहीं किया गया है।