वृंदावन के केशी घाट पर नजर आये, लालू के लाल

लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव अपनी 5 महीने की विवाह को समाप्त करने को लेकर इन दिनों चर्चा में छाए हुए हैं. परिवारवालों के लगातार उन्हें समझाने के कोशिशविफल हो रहे हैं. उनका कहना है कि वह तलाक के अपने निर्णय पर अडिग हैं. बीमार पिता से रांची के अस्पताल रिम्स में मुलाकात करने के बाद वह घर नहीं लौट रहे हैं. गया में वह सुरक्षाकर्मियों को चकमा देकर आकस्मित अपने दोस्तों  ड्राइवर के साथ वृंदावन चले गए थे. अब एक बार फिर वह वृंदावन के केशी घाट में नजर आए.

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तेज प्रताप यादव गले में कंठी माला पहने हुए, माथे पर तिलक लगाए  सफेद रंग का कुर्ता-पायजामा पहने शनिवार को करीब एक बजे वृंदावन के केशी घाट पहुंचे. यहां उन्होंने लगभग एक घंटे तक नौका विहार का आनंद उठाया. इस दौरान उन्होंने मीडिया से पूरी तरह से दूरी बनाए रखी. इसी बीच जब एक पत्रकार ने उनसे बात करने की प्रयास की तो उन्होंने कहा, ‘मुझे अपनी जिंदगी जी लेने दो भाई. मैं शांति की तलाश में हूं. उसमें अनावश्यक हस्तक्षेप न करें.‘ इससे पहले भी वह शुक्रवार को मथुरा  वृंदावन पहुंचे थे.

बता दें कि शुक्रवार को तेज प्रताप अपने छोटे भाई  बिहार के पूर्व उप CM तेजस्वी यादव के जन्मदिन में शामिल हुए थे. सूत्रों का यह भी बताया था कि तेजप्रताप अपने छोटे भाई का जन्मदिन मनाने के लिए दिल्ली लौटे हैं. जानकारी के मुताबिक तेज प्रताप 28 नवंबर को तलाक के मामले की सुनवाई के लिए पटना लौट सकते हैं. वहीं तेज प्रताप की मां  पूर्व CMराबड़ी देवी इस बार छठ पूजा नहीं करेंगी. माना जा रहा है कि पारिवारिक कलह के कारण राबड़ी देवी आहत हैं  उन्होंने भारी मन से यह निर्णय लिया है.

हालांकि राजद नेता भोला यादव ने बताया कि राबड़ी देवी की तबीयत अच्छा नहीं है इस कारण उन्होंने यह फैसला लिया है. उधर, तेजप्रताप यादव के परिवार के सुख-शांति औरखुशहाली के लिए विंध्याचल में चल रहा 11 दिवसीय विशेष अनुष्ठान गुरुवार की रात को खत्म हुआ. पूर्व CM लालू यादव के पुरोहित राज मिश्रा ने परिवार के सुख, शांति, समृद्धि एवं सभी प्रकार के कल्याण के लिए 11 पंडितों के द्वारा 11 दिनों तक एक विशेष अनुष्ठान कराया, जिसकी पूर्णाहुति गुरुवार की रात को की गई.