लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हरियाणा, महाराष्ट्र व झारखंड में मिली सफलता के बाद अब उसके सामने चुनौती है। अगले कुछ महीनों के भीतर तीनों राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं।
भाजपा ने इसकी तैयारी भी प्रारम्भ कर दी है। रविवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने महाराष्ट्र, झारखंड व हरियाणा के नेताओं से मुलाकात की। उन्होंने तीनों राज्यों के नेताओं से भाजपा मुख्यालय में भिन्न-भिन्न मुलाकात की।
इस कारण अहम हैं ये राज्य
तीनों राज्यों की बैठकों के दौरान शाह ने चुनाव की तैयारियों पर चर्चा की व वर्तमान राजनीतिक स्थिति के साथ साथ भाजपा की रणनीति पर मंथन किया। इन तीन राज्यों (महाराष्ट्र, झारखंड व हरियाणा) में भाजपा सत्ता में है। जबकि इन सभी राज्यों में भाजपा की मुख्य प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस पार्टी ही है।
शाह की प्रतिनिधित्व वाली इस मीटिंग में पार्टी के महामंत्री रामलाल, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस, सरोज पाण्डेय, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, अनिल जैन, झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास समेत कई अन्य नेता उपस्थित थे।
खट्टर ने कहा- मिशन 75
शाह की मीटिंग में शामिल हुए हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने रविवार को बोला कि जनता ने विपक्षी दलों को नकार दिया है जिनका एकमात्र मकसद सत्ता हथियाना है।
प्रदेश में भाजपा की चुनौती है कि वह गैर जाट जातियों को एकजुट रखकर जाट वोटों का ध्रुवीकरण रोक सके।
इसके साथ ही झारखंड के इतिहास में भाजपा ने पहली बार पांच वर्ष की स्थिर सरकार दी। लोकसभा में भी जनता ने पीएम नरेंद्र मोदी के चेहरे पर विश्वास जताया है। बात महाराष्ट्र की करें तो पिछला विधानसभा चुनाव भाजपा ने अकेले लड़ा था। हालांकि लोकसभा में दोनों साथ आ गए थे।
शिवसेना भाजपा के साथ यह है समझौता
आगामी विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा व शिवसेना के बीच हुए समझौते के मुताबिक दोनों दल बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेंगे व जिसकी सीटें ज्यादा होंगी उसका मुख्यमंत्री होगा।ऐसे में भाजपा पर यह दबाव होगा कि वह ज्यादा से ज्यादा सीटें हासिल करे।