विजय माल्या ने बोला, उनके प्रत्यर्पण के निर्णय को लेकर कई तरह की टिप्पणियां की जा रही

भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या ने बोला है कि उनके प्रत्यर्पण के निर्णय को लेकर कई तरह की टिप्पणियां की जा रही हैं. जो कि एक अलग मामला है  वह पूरा पैसा लौटाने को तैयार हैं. यह बात उन्होंने ट्वीट में कही. उन्होंने आगे बोला कि वह इस बात को समझ नहीं पा रहे हैं कि उनके प्रत्यर्पण का फैसला या दुबई से हालिया प्रत्यर्पण या फिर समझौता प्रस्ताव आपस में कैसे जुड़े हैं. 

माल्या ने कहा, “जहां कहीं भी मैं फिजिकली उपस्थित हूं, मेरी अपील है कृपया ले लें. मैं इस बात को समाप्त करना चाहता हूं कि मैंने पैसा चुराया है.” भारतीय बैंकों का अरबों रुपये लेकर ब्रिटेन भागे माल्या का ये बयान क्रिश्चियन मिशेल के प्रत्यर्पण के चंद घंटे बाद ही आया है. माल्या के प्रत्यर्पण पर निर्णय चार दिन बाद आने वाला है. किंगफिशर एयरलाइंस के पूर्व प्रमुख ने बुधवार को सोशल मीडिया के जरिये हिंदुस्तान गवर्नमेंट से इस पेशकश को स्वीकार करने का निवेदन किया. वह अभी ब्रिटेन में जमानत पर बाहर है.

गौरतलब है कि हिंदुस्तान का करीब 9000 करोड़ रुपये लेकर राष्ट्र से भागे 62 वर्षीय माल्या के प्रत्यर्पण पर 10 दिसंबर को ब्रिटिश न्यायालय द्वारा निर्णय सुनाया जाना है. हालांकि कारोबारी ने बोला कि प्रत्यर्पण की कार्यवाही का मामला अलग है. माल्या प्रत्यर्पण को लेकर ब्रिटेन में कानूनी लड़ाई लड़ रहा है. कारोबारी का कहना है कि नेताओं  मीडिया ने उसे गलत तरीके से ‘डिफॉल्टर’ के रूप में पेश किया है.

इससे पहले बुधवार को उन्होंने ट्वीट कर बोला था कि वह क्रिमिनल नहीं हैं. उन्हें हिंदुस्तान में क्रिमिनल माना जा रहा है, तीन दशक तक किंगफिशर ने हिंदुस्तान में कारोबार किया है. इस दौरान उन्होंने कई राज्यों की मदद भी की है. उन्होंने बोला कि किंगफिशर एयरालाइंस के लगातार घाटे में जाने से उन्हें दुख है. वह सभी बैंकों का मूलधन देने के लिए तैयार हैं लेकिन ब्याज नहीं दे सकते. बैंकों को इसे लेना चाहिए.

2016 से बकाया राशि के निपटान की पेशकश

विजय माल्या ने बुधवार को एक के बाद एक ट्वीट कर दावा किया कि वह 2016 से ही बैंकों की बकाया राशि चुकाने की पेशकश कर रहा था. उसने बोला कि विमान ईंधन (एटीएफ) की कीमतों में वृद्धि के कारण किंगफिशर एयरलाइंस का घाटा बढ़ता गया  बैंकों का पैसा इसी में जाता रहा.