वास्तुशास्त्र के अनुसार घर में चाहते हैं सुख व शांति , तो करे ऐसा…

रोजाना सुबह नहाकर घर के बड़े सदस्य या बेटे को मुख्य द्वार के दोनों तरफ स्वास्तिक का चिह्न बनाना चाहिए। साथ ही रोजाना धूप दिखाकर इसकी पूजा करनी चाहिए।

स्वास्तिक का निशान प्रथम पूजनीय गणेश जी का माना जाता है। वास्तु के अनुसार, घर के मुख्य द्वार पर स्वास्तिक का निशान बनाने से बुरी नजर से बचाव रहता है। घर में सकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है। साथ ही घर में सुख-समृद्धि, शांति व खुशहाली का वास होता है।

माना जाता है कि नहाने के बाद साफ कपड़े पहन कर पूजा स्थल में दीया जलाकर पूजा करनी चाहिए। वहीं पूजा के बाद हल्दी वाले पानी से मुख्य द्वार पर छींटे मारने चाहिए। साथ ही दोनों दरवाजों पर थोड़ा-थोड़ा पानी डालना चाहिए।

वास्तु के अनुसार, घर के बाकी कमरों की तरह मुख्य द्वार साफ करना बेहद जरूरी है। इससे नकारात्मकता ऊर्जा दूर होती है। ऐसे में घर के अंदर सकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है। वहीं सफाई वाली जगह पर ही देवी लक्ष्मी कृपा होती है। इसके लिए घर की महिलाओं को सुबह उठने के बाद सबसे पहले घर के मेन गेट की सफाई करनी है।

हमारे आसपास के वातावरण की तरह वास्तुशास्त्र का भी हमारे जीवन में गहरा प्रभाव पड़ता है। घर का वास्तु ठीक होने से सुख-समृद्धि, शांति व खुशहाली का वास होता है।

घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा सकारात्मक ऊर्जा में बदल जाती है। खासतौर पर नैगेटिव व पॉजीटिव एनर्जी मुख्य द्वार से ही प्रवेश करती है। ऐसे में मुख्य द्वार से जुड़ी कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। तो आइए आज हम आपको कुछ खास उपाय बताते हैं जिसे सुबह उठते ही मुख्य द्वार पर करना चाहिए।