वाशिंगटन डीसी पहुंचे विदेश मंत्री एस जयशंकर, बाइडन प्रशासन के साथ करेंगे इन मुद्दों पर बात

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के देश की बागडोर संभालने के बाद पहली बार कोई शीर्ष भारतीय मंत्री अमेरिका की यात्रा पर आए हैं। जयशंकर इस सप्ताह वाशिंगटन डीसी आएंगे।

 

राष्ट्रपति बाइडन के प्रशासन के पहले 100 दिनों में उनके रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और जलवायु परिवर्तन मामले के विशेष दूत जॉन केरी भारत गए थे, जो संकेत था कि भारत के साथ संबंध नए प्रशासन के लिए कितने महत्वपूर्ण हैं।

अधिकारियों ने बताया कि बाइडन ने कहा है कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से निपटने के लिए भारत को जिस चीज की भी जरूरत हो वह अमेरिका से बेझिझक मांगे। अमेरिका कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में अभी तक भारत को 50 करोड़ डॉलर की मदद कर चुका है।

अधिकारियों ने कहा कि पिछले एक दशक में भारत-अमेरिका के संबंध जिस तरह गहरे हुए हैं, चाहे इस दौरान किसी की भी सरकार रही हो, उन्हें देखते हुए जयशंकर के अमेरिका दौरे पर संबंधों के सभी पहलुओं पर चर्चा की जाएगी।

वहीं जयशंकर की वाशिंगटन डीसी की यात्रा के दौरान भारत-अमेरिका संबंधों के सभी पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किए जाने की संभावना है, जिसमें रणनीतिक एवं द्विपक्षीय संबंधों से लेकर क्वाड और जलवायु परिवर्तन के साथ-साथ लोक स्वास्थ्य के मुद्दे शामिल हैं, जो अब दोनों देशों के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता बन गए हैं।

देश में कोरोना के दूसरे लहर के बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर बुधवार को वाशिंगटन डीसी पहुंचे हैं। जानकारी है कि एस जयशंकर वहां अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठकें करेंगे।

जयशंकर वाशिंगटन डीसी की अपनी तीन दिवसीय यात्रा के दौरान अपने अमेरिकी समकक्ष टोनी ब्लिंकन, रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलीवन और बाइडन प्रशासन के अन्य महत्वपूर्ण सदस्यों से मुलाकात करेंगे।