लोकतंत्र की तुलना पर हुआ द्रोपदी चीरहरण का जिक्र

तेलंगाना में कांग्रेस के एक पोस्टर से टकराव छिड़ सकता है. इस पोस्टर में प्रदेश के लोकतंत्र की तुलना महाभारत के द्रोपदी चीरहरण से की गई है. पोस्टर में तेलंगाना देश समिति (टीआरएस) के अध्यक्ष CM के चंद्रशेखर राव को दुर्योधन, ओवैसी को उनके सहयोगी  चुनाव आयोग को लोकतंत्र का अपमान देखने वाले नेत्रहीन धृतराष्ट्र के रूप में दिखाया गया है.

पोस्टर में प्रदेश में लोकतंत्र को पांडवों की पत्नी द्रौपदी के रूप में जबकि मुख्य चुनाव अधिकारी, जिला चुनाव ऑफिसर  रिटर्निंग ऑफिसर को दुःशासन के रूप में दिखाया गया है.

हाल ही में हुए चुनावों के दौरान गड़बड़ियों का आरोप लगाते हुए कांग्रेस पार्टी ने हैदराबाद में इंदिरा पार्क में अपने धरना के दौरान इस पोस्टर को जारी किया. पोस्टर पर असहमतिजताते हुए बीजेपी प्रवक्ता कृष्णा सागर ने बोला कि यह हिंदू भावना का अपमान है. क्या कांग्रेस पार्टी को चुनाव आयोग पर हमला करने के लिए  कुछ नहीं मिला? उन्होंने महाभारत के प्रकरण का चुनाव कर हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाई है. उन्होंने प्रदेश कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष एन उत्तम कुमार  राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से माफी की मांग की.

टीआरएस नेता पी राजेश्वर रेड्डी  कर्ण प्रभाकर की रिएक्शन नहीं मिल सकी मगर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के नेता असदुद्दीन ओवैसी आश्चर्य जताते हुए कांग्रेस पार्टी से पूछा कि अगर ऐसा ही आपत्तिजनक पोस्टर सोनिया गांधी या प्रियंका गांधी का जारी हुआ होता तो क्या कांग्रेस पार्टी बर्दाश्त करती? बिल्कुल मैं यह तुलना नहीं कर रहा मगर कोई तो करेगा.

प्रदेश कांग्रेस पार्टी कमेटी चुनाव समन्वय समिति के अध्यक्ष एम शशिधर रेड्डी ने पोस्टर का बचाव करते हुए बोला कि हमनें केवल यह दिखाने का कोशिश किया है कि कैसे चुनाव आयोग लोकल प्रशासन की मदद से टीआरएस की चुनाव में की जा रही गड़बड़ी को देखता रहा. माफी का कोई सवाल ही नहीं है. बीजेपी को यह नहीं समझना चाहिए कि केवल वही हिंदू धर्म के संरक्षक है, हम भी हिंदू धर्म का सम्मान कर हर परंपरा मानते है.