लंदन के वेस्टमिंस्टर न्यायालय ने नीरव मोदी के खिलाफ जारी किया गिरफ्तारी वॉरंट

पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी) में 13 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी पर शिंकजा कस चुका है. लोन की रकम हज़म कर ब्रिटेन में रह रहे अरबपति हीरा कारोबारी के विरूद्ध लंदन के वेस्टमिंस्टर न्यायालय ने गिरफ्तारी वॉरंट जारी कर दिया है. सूत्रों ने जानकारी देते हुए बताया है कि नीरव को किसी भी समय अरैस्ट किया जा सकता है.

अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया है कि धनशोधन के एक मामले में नीरव मोदी प्रत्यर्पित करने के प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के आग्रह के जवाब में उसके विरूद्ध गिरफ्तारी वॉरंट जारी कर दिया गया है. अधिकारियों ने बोला है कि जांच एजेंसी को हाल में वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट न्यायालय द्वारा वारंट जारी करने के बारे में सूचना दी गई थी, जिसके बाद नीरव मोदी को जल्द ही लोकल पुलिस (लंदन मेट्रोपॉलिटन पुलिस) द्वारा गिरफ्तार किया जा सकता है.

उन्होंने बताया है कि कुछ दिन पहले गिरफ़्तारी वारंट जारी किया गया था  बाद में प्रवर्तन निदेशालय को इस बारे में सूचना दी गई थी. उन्होंने बताया है कि गिरफ्तारी के बाद नीरव मोदी जमानत के लिए न्यायालय के समक्ष लाया जाएगा  इसके बाद उसके प्रत्यर्पण के लिए कानूनी कार्यवाही प्रारम्भ होगी. CBI ने भी इंटरपोल  यूके अथॉरिटीज से सम्पर्क करते हुए भगोड़े कारोबारी के खिलाफ जारी रेड कॉर्नर नोटिस पर कार्रवाई करते हुए तुरंत गिरफ्तारी की मांग की थी. एजेंसियां बहुत ज्यादा समय से नीरव मोदी का ब्रिटेन से प्रत्यर्पण कराने के प्रयासों में लगी हुई हैं. यूके से मोदी के प्रत्यर्पण की आधिकारिक मांग गत साल जुलाई/अगस्त में की गई थी.