रूस ने दिखाई इस देश को आँख , कर सकता है मिसाइलो से हमला

रूस के रक्षा मंत्रालय ने जानकारी दी है कि व्लादिमीर मोनोमाख से चार बुलावा बैलिस्टिक मिसाइलें लॉन्च की गईं। मंत्रालय ने कहा कि सभी मिसाइलों ने अपने निशाने को सफलतापूर्वक भेदा।

इस दौरान सबमरीन के क्रू ने प्रफेशनलिज्म और ट्रेनिंग का परिचय दिया। व्लादिमीर मोनोमाख परमाणु पनुब्बियों की चौथी पीढ़ी का हिस्सा है। रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि उत्तरी बेड़े के लड़ाकू जहाज (फ्रिगेट) ने सिरकॉन हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है।

मंत्रालय ने शुक्रवार को बयान में कहा कि ऐडमिरल गोर्शकोव फ्रिगेट ने वाइट सी से एक सिरकॉन हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया, जिसने 350 किलोमीटर से अधिक दूरी पर अर्खन्गेल्स्क क्षेत्र के चिजा प्रशिक्षण मैदान में स्थित नौसैनिक लक्ष्य को मार गिराया।

6 अक्टूबर को इसी फ्रिगेट ने पहली बार परीक्षण के लिए एक सिरकॉन हाइपरसोनिक मिसाइल दागी थी। मंत्रालय के अनुसार, उसके बाद से सभी परीक्षण सफल रहे हैं।

मिसाइलों और बमवर्षक विमानों के जखीरे के साथ-साथ रूस ने परमाणु पनडुब्बी व्लादिमीर मोनोमाख की ताकत भी दिखाई है। इस पनडुब्बी से रूसी SSBN ने सी ऑफ ऑखोत्स्क से अपनी चार मिसाइलें टेस्ट-लॉन्च कीं। फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट्स के चीफ हान्स क्रिस्टेनसेन के मुताबिक ये मिसाइलें 24 शहरों को उड़ाने की ताकत रखती हैं।

रूस के रक्षा मंत्रालय के मुताबिक लॉन्च से पता चलता है कि उसके बेड़े की जंगी तैयारी पूरी है। बैरंट्स सी से ICBM (इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल), SLBM (सबमरीन लॉन्च्ड बैलिस्टिक मिसाइल) और क्रूज मिसाइलें भी इस सालाना अभ्यास का हिस्सा रहीं।

चीन जैसे देश की प्रभुत्व कायम करने की होड़ को पीछे छोड़ते हुए रूस ने जबरदस्त शक्ति प्रदर्शन कर दुनिया को हैरान कर डाला है। रूस ने न सिर्फ परमाणु हमला करने की अपनी पूरी ताकत दुनिया को दिखाई बल्कि सैन्य अभ्यास दौरान पनडुब्बियों, जमीन के नीचे बने अड्डों और एयरक्राफ्ट से मिसाइलों की बारिश कर डाली।

रूस ने इन दिनों दुनिया को अपने महाशक्तिशाली हथियार दिखाने का सिलसिला छेड़ रखा है। एक के बाद एक मॉस्को अपने हथियारों का परीक्षण कर रहा है।