इंदौर की कंपनी रुचि सोया को खरीदने के लिए बैंकों ने बाबा रामदेव के नेतृत्व वाली कंपनी पतंजलि आयुर्वेद की 4,325 करोड़ की बोली मंजूर कर ली है. बैंकों ने मंगलवार को यह फैसला करीब 96% मतों के साथ किया. रुचि सोया पर बैंकों का 9,345 करोड़ का लोन है. इसकी वसूली के लिए इन्होंने कंपनी के विरूद्ध दिवालिया प्रक्रिया प्रारम्भ की थी.
रुचि सोया की स्थिति सुधारने के लिए पतंजलि 1700 करोड़ अलग से लगाएगी
बोली प्रक्रिया से अदाणी विल्मर के हाथ खींच लेने के बाद पतंजलि आयुर्वेद एकमात्र बोलीदाता कंपनी रह गई थी. इसने पिछले महीने ही अपनी बोली 200 करोड़ रुपए बढ़ाई थी. इसके अतिरिक्त रुचि सोया की वित्तीय स्थिति सुधारने के लिए वह 1,700 करोड़ व लगाएगी.
एनसीएलटी ने दिसंबर 2017 में स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक व डीबीएस बैंक की अर्जी पर रुचि सोया के विरूद्ध दिवालिया प्रक्रिया प्रारम्भ करने को मंजूरी दी थी. कंपनी के कामकाज को मैनेज करने के लिए व दिवालिया प्रक्रिया को पूरी करने के लिए शैलेंद्र अजमेरा को रेजोल्यूशन प्रोफेशनल नियुक्त किया था.