हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी पराजय का सामना करना पड़ा। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में 44 सीट पाने वाली कांग्रेस पार्टी इस चुनाव में 8 सीट बढ़कर 52 सीट ही हासिल कर पाई।
पराजय के बाद कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी त्याग पत्र देने की बात पर अड़े हुए हैं। वहीं पार्टी का दावा है कि राहुल अध्यक्ष थे, हैं व रहेंगे तो दूसरी ओर समाचार है कि वह कांग्रेस पार्टी की किसी मीटिंग में शामिल नहीं हो रहे हैं।
इस बीच एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि राहुल के एक करीबी ने उन्हें यकीन दिलाया था कि ‘कांग्रेस 184 सीटें हासिल करेगी। ‘ दावा किया गया था कि ‘बहुत उलटफेर हुआ तब भी 164 सीट कहीं गई नहीं हैं। ‘ रिपोर्ट के मुताबिक, राहुल से यह दावा कांग्रेस पार्टी के डेटा एनालिस्ट प्रवीण चक्रवर्ती ने किया था।
संडे गार्जियन लाइव की एक रिपोर्ट के मुताबिक ‘जानकार सूत्रों ने बताया कि 21 मई को राजीव गांधी की पुण्यतिथि के दिन चक्रवर्ती ने राहुल से मुलाकात की थी व उन्हें संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों व अनुमानित मार्जिन के साथ कांग्रेस पार्टी के 184 संभावित विजेताओं की सूची दी थी। कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष के ऑफिस द्वारा डेटा की दोबारा जाँच की गई व राहुल ने अपने ऑफिस से बोला कि ‘पहली बार चुने जाने वाले करीब 100 सांसदों’ की सूची बनाएं, जिनसे वह परिचित नहीं थे। ‘
स्टालिन को गृह मंत्रालय
रिपोर्ट के मुताबिक, राहुल ने हारने वाले संभावित नेताओं की अलग सूची तैयार करने का आदेश दिया। दूसरी सूची में मल्लिकार्जुन खड़गे, पवन बंसल, हरीश रावत, अजय माकन आदि प्रमुख नेता शामिल थे, जिन्हें वह अगली सरकार का भाग बनाना चाहते थे।
रिपोर्ट के अनुसार ‘मतगणना से एक दिन पहले, चक्रवर्ती की ओर से दी गई रिपोर्ट के आधार पर राहुल व प्रियंका ने संभावित सहयोगियों व अपनी पार्टी के प्रमुख नेताओं से सम्पर्ककरना प्रारम्भ कर दिया। राहुल ने फोन पर एमके। स्टालिन से बात की व उन्हें गृह मंत्री के रूप में अपने भावी मंत्रिमंडल में शामिल करने की अपनी ख़्वाहिश से अवगत कराया। वहीं शरद पवार से अनुरोध किया गया था कि वे डिस्पेंसेशन का भाग बनें, क्योंकि उनकी उपस्थिति संजीदगी देगी। ‘
तेजस्वी का दावा था बिहार में कांग्रेस पार्टी जीतेगी पांच से 6 सीट
तेजस्वी यादव का आकलन था ‘बिहार में कांग्रेस पार्टी पांच से छह का आंकड़ा छू सकती है, जबकि उनकी पार्टी को लगभग 20 से अधिक सीटें मिलेंगी। ‘ उमर अब्दुल्ला को भरोसा था कि ‘नेशनल कांफ्रेंस तीन सीट जीत सकती है, जबकि कांग्रेस पार्टी उधमपुर जीत सकती जहां से डॉ। कर्ण सिंह के बेटे विक्रमादित्य चुनाव लड़ रहे थे। ‘
रिपोर्ट में दावा किया गया कि ‘प्रियंका ने कांग्रेस पार्टी के मुख्यमंत्रियों को फोन कर उन्हें अपने-अपने राज्यों से संभावित मंत्रियों की सूची भेजने को कहा। यह पता नहीं लगाया जा सकता है कि क्या मुख्यमंत्री वास्तव में नाम भेजे थे या नहीं। ‘
राहुल के दो करीबी सलाहकार, जिनमें एक पूर्व केंद्रीय मंत्री व उनके व्यक्तिगत सचिव के। राजू भी शामिल हैं, दक्षिण दिल्ली में एक मशहूर वरिष्ठ एडवोकेट के घर गए व हिंदुस्तान के राष्ट्रपति के लिए दो ड्राफ्ट तैयार कराए। एक मसौदा सीधे कांग्रेस पार्टी के दावे के लिए विशिष्ट था व दूसरा यूपीए के किसी भी सहयोगी का समर्थन करने के लिए तैयार किया गया था।दो लेटर कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष के ऑफिस में दिए गए थे।