राष्ट्रपत‍ि भवन में होगी मण‍िकर्ण‍िका की स्क्रीन‍िंग

कंगना रनौत की फिल्म मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी 25 जनवरी को रिलीज होगी. थियेटर में रिलीज से पहले इसकी स्क्रीनिंग राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के लिए भी रखी गई है. कंगना ने इस स्क्रीनिंग को लेकर कहा कि रानी लक्ष्मीबाई हमारी नेशनल हीरो हैं. हमारे लिए गर्व की बात है कि कोविंद जी इस फिल्म को देखेंगे.

वहीं जी एंटरटेनमेंट इंटरप्राइजेज के सीइओ और मैनेज‍िंग डायरेक्टर पुनीत गोयनका भी इस बात से बेहद खुश हैं कि रिलीज से पहले राष्ट्रपति भवन में इस फिल्म की स्क्रीनिंग की जाएगी.

मणिकर्णिका भारत की महान वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई की वीरता की कहानी पर आधारित है.फिल्म में कंगना के अलावा डैनी डेन्जोंगपा गुलाम गौज़ के किरदार में दिखाई देंगे. इसके अलावा सुशांत सिंह राजपूत की एक्स गर्लफ्रेंड अंकिता लोखंडे भी झलकारी बाई के रोल में दिखाई देंगी.

अभिनेत्री कंगना रनौत का कहना है कि वह रानी लक्ष्मीबाई के कारण आजादी के मूल्य को समझती हैं. कंगना ने एक बयान में कहा कि ‘मैं सभी की तरह रानी लक्ष्मीबाई की गाथाओं और पौराणिक बातों को सुनकर बड़ी हुई हूं, लेकिन उस वक्त मैं उनकी जिंदगी की प्रचंडता को नहीं जानती थी. उनकी युवावस्था शत्रुओं से लड़ने और आम लोगों को योद्धा बनाने में बीत गई.

बता दें, रानी लक्ष्मीबाई का जन्म 19 नवंबर, 1828 को बनारस के एक मराठी ब्राह्मण परिवार में हुआ. उन्हें मणिकर्णिका नाम दिया गया और घर में मनु कहकर बुलाया गया. मणिकर्णिका का ब्याह झांसी के महाराजा राजा गंगाधर राव नेवलकर से हुआ और देवी लक्ष्मी पर उनका नाम लक्ष्मीबाई पड़ा.

बेटे को जन्म दिया, लेकिन 4 माह का होते ही उसका निधन हो गया. साल 1858 में देश की आजादी के लिए वो मर्दानी खूब लड़ी थी, अपनी मातृभूमि के लिए जान देने से भी पीछे नहीं हटी. ‘मैं अपनी झांसी नहीं दूंगी’ अदम्य साहस के साथ बोला गया यह वाक्य बचपन से लेकर अब तक हमारे साथ है. बता दें, राधा कृष्णा जगारलामुद के निर्देशन में बनी यह फिल्म 25 जनवरी को रिलीज होगी.