राष्ट्रपति पद छोड़ने से पहले डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के खिलाफ जारी किया ये , सेना हुई तैयार…

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ट्रंप यहीं नहीं रुकने वाले हैं, 20 जनवरी को जो बाइडेन का कार्यकाल शुरू होने से पहले डोनाल्ड ट्रंप चीन को और भी जख्म (एक्शन ले सकते) दे सकते हैं।

बता दें कि इससे पहले मई महीने में अमेरिका ने चीनी कंपनी हुआवेई (हुवेई) व उसकी सहयोगी कंपनियों को काली सूची में डाल दिया था। इसके बाद चीन ने जवाबी कार्रवाई करने की चेतावनी दी थी।

चीनी कंपनी SMIC प्रोसेसर चिप्स और अन्य घटकों को बनाकर सत्ताधारी पार्टी के अमेरिका और अन्य विदेशी प्रौद्योगिकी पर निर्भरता को कम करने के प्रयास में अग्रणी भूमिका निभाता है।

रक्षा विभाग के मुताबिक जिन चीनी कंपनियों पर ट्रंप प्रशासन का हथौड़ा चला है उनमें चाइना कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी कंपनी (CCTC), चाइना इंटरनेशनल इंजीनियरिंग कंसल्टिंग कॉर्प (CIECC), चाइना नेशनल ऑफशोर ऑयल कॉर्पोरेशन (CNOOC) और सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग इंटरनेशनल कॉर्पोरेशन (SMIC) के नाम शामिल हैं।

इस तरह से अमेरिका ने अब तक चीन की कुल 35 कंपनियों को ब्लैकलिस्ट कर रखा है। 3 नवंबर को हुए अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में हार के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने चीन को पहली बार इतना बड़ा झटका दिया है।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चुनाव में हार के बावजूद चीन के खिलाफ कदम उठाना बंद नहीं किया है। अमेरिका ने चीन के सबसे बड़े प्रोसेसर चिप निर्माता कंपनी SMIC और तेल की दिग्गज कंपनी CNOOC समेत 4 चाइनीज कंपनियों को ब्लैकलिस्ट में डाल दिया है।

यह जानकारी डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस ने दी है। डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन का कहना है कि अमेरिका में चल रहीं ये वे चीनी कंपनियां हैं, जिनका संचालन चीनी सेना प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से कर रही है या फिर ये उनके नियंत्रण में हैं।