राष्ट्र में राम मंदिर को लेकर घमासान छिड़ा है। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर वीएचपी व शिवसेना प्रोग्राम कर रही है। वहीं, पीएम मोदी रविवार को राजस्थान के अलवर में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए राम मंदिर निर्माण को लेकर कांग्रेस पार्टी पर जमकर बरसे। उन्होंने बोला कि राम मंदिर के निर्माण में कांग्रेस पार्टी रोड़े अटका रही है।
पीएम मोदी ने बोला कि कांग्रेस पार्टी राम मंदिर निर्माण को रोकने के लिए खड़ा बड़े-बड़े वकीलों को खड़ा किया है। यही नहीं वह बड़े-बड़े वकीलों को राज्यसभा का टिकट देती है, ताकि राम मंदिर के निर्माण में हर स्थान अटकाया जा सके। उन्होंने बोला कि कांग्रेस पार्टी के एडवोकेट जजों पर दवाब बनाने की प्रयास कर रही है।
पीएम मोदी ने बोला कि कांग्रेस पार्टी ने राम मंदिर पर सुनवाई को जनवरी 2019 तक टालने को कहा। न्याय प्रक्रिया में दखल देकर मंदिर के निर्माण को रोकना चाहती है। कांग्रेस पार्टी के एडवोकेटसुप्रीम न्यायालय के जजों के विरूद्ध महाभियोग की धमकी देते हैं। व जजों के विरूद्ध मुहिम चलाती है। उन्होंने बोला कि कांग्रेस पार्टी न्यायपालिका को बंधक बनाने की प्रयास कर रही है।
वहीं जाति वाद के मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी को घेरते हुए पीएम मोदी ने बोला कि गुजरात के चुनाव में भी इन लोगों ने मेरी जाति पर हमला किया था। बयान देने वाले को पार्टी से निकाल दिया व उसके 2 महीने बाद आ गले भी लगा लिया। वहीं मोदी ने कांग्रेस पार्टी सरकारों के समय हुए दलित हत्याकांडों का जिक्र करते हुए बोला कि कांग्रेस के लिए जाति का यही मोल व तोल रहता है। भाजपा ने भारत को जोड़ा है, जबकि कांग्रेस पार्टी ने तोड़ने का कार्य किया है
संत कबीर, नामदेव, रविदास, सिख गुरुओं के वचनों का जिक्र करते हुए मोदी ने की जातिवाद पर जमरक चोट किया। वहीं मोदी ने बीजेपी का पक्ष रखते हुए बोला कि सभी लोग हमारे लिए हरि का रूप है। उन्होने बोला कि “जो हिंदुस्तान को भजे, वो हिंदुस्तान का होई’। 4-4 पीढ़ी तक पार्टियों पर कब्जा करे बैठे लोग मोदी से सवाल पूछ रहे हैं। जब मोदी विदेश में जाता है उसकी जाति नहीं पूछी जाती क्योंकि तब उसके पीछे सवा सौ करोड़ हिंदुस्तानी होते हैं।
कांग्रेस वार करते हुए मोदी ने कहा कि जो परिवार सत्ता पर जमे रहे। आज उनके हाथों में कटोरा पकड़ा दिया गया है। जातिवादी मानसिकता के जहर का नतीजा ही है जातिवादी राजनीति। राजस्थान की जनता ने भैरों सिंह जी को लगातार दो बार गवर्नमेंट बनाने का आशीर्वाद दिया लेकिन इसी जनता ने कांग्रेस पार्टी को कभी पूर्ण बहुमत का आशीर्वाद नहीं दिया।