रानू की बेटी का नाम एलिजाबेथ साथी रॉय है। एलिजाबेथ ने हाल ही में एक न्यूज एजेंसी में वार्ता के दौरान अपनी मां रानू मंडल से रिश्तों के बारे में खुलकर बात की है। एलिजाबेथ ने बोला कि ‘मुझे नहीं पता था कि मेरी मां रेलवे स्टेशन पर गाती थी क्योंकि मैं उनसे ज्यादा मिल नहीं पाती थी। मैं कुछ महीनों पहले कोलकाता के धर्मतला गई थी, वहां मैंने मां को एक बस स्टैंड पर बिना किसी उद्देश्य के बैठे देखा। मैंने तुरंत उनके पास गई व उन्हें 200 रुपए देकर घर जाने को कहा’।
एलिजाबेथ पर आरोप
एलीजाबेथ पर सोशल मीडिया पर आरोप लग रहे थे कि उन्होंने कठिन वक्त में मां को अकेला छोड़ दिया। ऐसे आरोपों पर एलीजाबेथ का बोलना है कि ‘मां के चारों बच्चों में से मैं ही थी जो लगातार उनका ख्याल रख रही थी’।
500 रुपए भेजती थी
एलिजाबेथ ने बताया कि ‘मैं जब तब उन्हें एक अंकल के एकाउंट से 500 रुपए भेज दिया करती थी। मेरा तलाक हो गया है व मैं सूरी में एक छोटी की गल्ले की दुकान चलाती हूं। मैं अकेली हूं व मुझे अपने 9 वर्ष के छोटे बेटे का भी ध्यान रखना होता है। मेरे ज़िंदगी में अपने प्रयत्न भी हैं’।
अब मैं कहां जाऊं
एलिजाबेथ ने बोला कि ‘मैंने कई बार प्रयास की कि मां मेरे साथ रहने लगें लेकिन उन्होंने हमारे साथ रहने से मना कर दिया। इसके बावजूद लोग मुझपर आरोप लगा रहे हैं। जब जनता ही मेरे विरूद्ध है तो मैं अब कहां जाऊं’।
रानू के चार बच्चे
रानू के परिवार के बारे में बात करते हुए उनकी बेटी ने बताया कि ‘दो शादियों से उनके चार बच्चे हैं।मैं उनके पहले पति की बेटी हूं व मेरे पति का देहांत कुछ वर्षों पहले ही हुआ है। मां की दूसरी विवाहसे जो बच्चे हैं वो शायद मुंबई में ही रहते हैं। उनका दूसरा पति अभी भी जिंदा है। मेरा एक बड़ा भाई है व एक हाफ बद्रर व हाफ सिस्टर भी है। हम एक-दूसरे के सम्पर्क में नहीं हैं।