रातो – रात दिल्ली में हुआ ये, हजारों की संख्या में पुलिसकर्मी घायल

दिल्ली पुलिस ने 26 जनवरी को हुए उग्र भीड़ के पुलिस पर हमले में अब तक 22 एफआईआर दर्ज की हैं जिसमें ईस्ट दिल्ली, द्वारका और पश्चिमी दिल्ली में 3-3 एफआईआर, 2 आउटर नार्थ, एक शाहदरा और एक नार्थ जिले में दर्ज हुई हैं जिनकी संख्या बढ़ सकती हैं।

आपको बता दें कि बलवा, सरकारी संपत्ति को नुकसान और हथियार लूटने जैसी धाराएं शामिल हैं जो दिल्ली के 6 जिलों में दर्ज की गई हैं जबकि 153 पुलिसकर्मियों के घायल होने की सूचना है।

खबरों के अनुसार, देश की राजधानी में लक्खा सिदाना और उसके करीबियों पर दिल्ली पुलिस पर हमले का रोल सामने आया है। ये सभी सेंट्रल दिल्ली में हुई हिंसा में सक्रिय थे। लक्खा सिदाना पर पंजाब में 2 दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं। इसमें गैंगस्टर एक्ट भी शामिल है। सिदाना किसान आंदोलन में काफी दिनों से एक्टिव है। पुलिस अब उसकी भूमिका को लेकर जांच कर रही है।

वहीं दीप सिद्धू पर भी किसानों को भड़काने और हिंसा फैलाने का आरोप लगाया गया है। इसके बाद दीप सिद्धू ने फेसबुक पर आकर कहा है ‘हमने प्रदर्शन के अपने लोकतांत्रिक अधिकार के तहत निशान साहिब का झंडा लाल किले पर फहराया लेकिन भारतीय झंडे को नहीं हटाया गया।

केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों ने गणतंत्र दिवस के मौके पर राजधानी दिल्ली की सड़कों पर ट्रैक्टर रैली निकाली, जिस दौरान जमकर उपद्रव हुआ। हजारों की संख्या में पुलिसकर्मी घायल हुए।

दिल्ली और आसपास के इलाकों में पुलिस के साथ भिड़ंत हुई और आई. टी. ओ, लालकिले जैले इलाके में जमकर हुड़दंग हुआ। वहीं दिल्ली पुलिस ने अब इस मामले में हिंसा को लेकर जांच शुरू कर दी है।

दिल्‍ली पुलिस के सूत्रों का कहना है कि सेंट्रल दिल्ली में हुई हिंसा में गैंगस्टर व एक्टिविस्ट लक्खा सदाना की भूमिका की जांच की जा रही है। दिल्ली पुलिस अब तक 22 FIR दर्ज कर चुकी है।