रातो – रात दिल्ली बॉर्डर पर हुआ ये, किसान के साथ…, बोलकर गए ये आखिरी शब्द…

साथ ही सुसाइड नोट में लिखा है कि आखिर हम कब तक यहां सर्दी में बैठे रहेंगे. ये सरकार सुन नहीं रही है और इसलिए अपनी जान देकर जा रहा हूं, ताकि कोई हल निकल सके.

 

फिलहाल मौके पर गाजियाबाद पुलिस के अधिकारी मौजूद हैं.भारतीय किसान यूनियन के नेता धरनास्थल पर ही मृतक किसान के अंतिम संस्कार करने की मांग पर अड़ गए हैं.

उन्होंने लिखा है कि मेरा अंतिम संस्कार मेरे पोते बच्चे के हाथों यहीं दिल्ली यूपी बॉर्डर पर होना चाहिए. साथ ही कहा कि उनका परिवार, बेटा और पोता यहीं आंदोलन में लगातार सेवा कर रहे हैं. सुसाइड नोट अब पुलिस के कब्जे में है और अपनी आत्महत्या का जिम्मेदार उन्होंने इस सरकार को बताया है.

किसान यूपी के रामपुर जिले के बिलासपुर का बताया जा रहा है और उसने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है. भारतीय किसान यूनियन ने कहा कि दुख का विषय है कि आज यहां यूपी गेट पर सरदार कश्मीर सिंह लाडी बिलासपुर रामपुर ने शौचालय में आत्महत्या कर ली. अपने सुसाइड नोट में उन्होंने मरने का कारण और इच्छा जताई है.

मोदी सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन अभी भी जारी है. शनिवार को आंदोलन के 38वें दिन गाजियाबाद के यूपी गेट पर एक किसान ने शौचालय में सुसाइड कर लिया. सुसाइड करने वाले किसान का नाम कश्मीर सिंह है और वो 75 साल का था.