राजीव गांधी की 75वीं जयंती पर राहुल गाँधी नहीं करेंगे ये काम, जानकर लोग हुए हैरान

पूर्व पीएम राजीव गांधी की 75वीं जयंती पर देशभर में होने वाले प्रोग्राम को लेकर आज कांग्रेस पार्टी मुख्यालय में कांग्रेस पार्टी महासचिवों, प्रभारियों व कोषाध्यक्षों की मीटिंग बुलाई गई।

मीटिंग का एजेंडा भले ही प्रोग्राम की रूपरेखा तय करने के लिए था, लेकिन चर्चा राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव को लेकर भी हुई। मीटिंग में शामिल नेताओं ने बोला कि केंद्रीय नेतृत्व पर निर्णय नहीं होने के कारण प्रदेश में पार्टी चलाना कठिन हो रहा है। साफ है कि पार्टी का कार्य राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं होने से प्रभावित हो रहा है।

कांग्रेस मुख्‍यालय में उपस्थित रहे ये नेता
AICC मुख्यालय में हुई मीटिंग में प्रियंका गांधी, अधीन नवी आज़ाद, मल्लिकार्जुन खड़गे, अम्बिका सोनी, अहमद पटेल, मुकुल वासनिक, केसी वेणुगोपाल, अविनाश पांडे, मोतिलाल वोरा, आरपीएन सिंह सहित कई नेता शामिल थे। मीटिंग में चर्चा के दौरान के तय किया गया कि मौजूदा सत्र के समाप्त होने के तुरंत बाद वर्किंग कमिटी की मीटिंग बुलाई जाएगी।राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर CWC की मीटिंग में निर्णय ले लिया जाएगा। सूत्रों की माने तो 10 अगस्त को वर्किंग कमिटी की मीटिंग बुलाई जा सकती है।

नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन के ये हो सकते हैं विकल्प 

>>CWC की मीटिंग में अंतरिम अध्यक्ष चुना जाए। इस विकल्प की आसार सबसे ज्यादा है। राहुल गांधी के अध्यक्ष पद से त्याग पत्र दिए 67 दिन हो गए हैं व पार्टी अब तक नाम को लेकर अंतिम निर्णय पर नही पहुंच सकी है। जबकि चार राज्यों के विधानसभा चुनाव सिर पर हैं ऐसे में पार्टी को जल्द ही निर्णय लेना होगा। पूर्णकालिक अध्यक्ष के चुनाव की प्रकिया में कम से कम छह महीने का समय लगेगा। ऐसी स्थिति में अंतरिम अध्यक्ष चुनना पार्टी की पहली अहमियत होगी।

>>CWC की मीटिंग में वरिष्ठ नेताओं का एक ग्रुप बनाया जाए, जो सभी वर्किंग कमिटी मेम्बर व वरिष्ठ नेताओं की राय लेकर 2-3 दिनों के अंदर आपसी सहमति से नया अध्यक्ष चुने। इस बात का जिक्र राहुल गांधी ने भी अपने चार पन्ने के इस्तीफे वाले लेटर में किया था।

प्रियंका गांधी नहीं बनेंगी अध्‍यक्ष
इस सबके बीच आज की मीटिंग के बाद ये फिर साफ हो गया कि कांग्रेस पार्टी का नया अध्यक्ष गांधी परिवार से नहीं होगा। कुछ दिनों से पार्टी के ही कुछ नेताओं द्वारा प्रियंका गांधी के नाम को अध्यक्ष पद के लिए आगे बढ़ाने की प्रयास की जा रही थी। सूत्रों के मुताबिक प्रियंका गांधी ने ये साफ कर दिया है कि वो अध्यक्ष पद की रेस में नहीं है।