राजनीतिक पार्टियों द्वारा किसानों की ऋणमाफी पर रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने दिया बयान

राजनीतिक पार्टियों द्वारा किसानों की ऋणमाफी पर रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने बयान देते हुए बोला है कि ये सही नहीं है राजन ने बोला कि ऋणमाफी चुनावी वादों का भाग नहीं होना चाहिए ऐसे कदमों से खेती में निवेश पर तो लगाम लगती ही है साथ में राज्यों की हालत भी बेकार हो जाती है राजन ने कर्जमाफी रोकने के लिए चुनाव आयोग को लेटर भी लिखा है  उचित कदम उठाने की अपील की है

शुक्रवार को एक प्रोग्राम के दौरान उन्होंने कहा, ‘खेती की बेकार हालत पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है लेकिन इस बात पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए कि इसका फायदा जरूरतमंदों को नहीं, बल्कि उन किसानों को मिलता है जिनकी आला अधिकारीयों तक पहुंच होती है ‘

आपको बता दें कि राजन के अतिरिक्त दूसरे भारतीय रिजर्व बैंक गवर्नर भी किसानों की कर्ज माफी का विरोध करते रहे हैं उनका कहना है कि इससे क्रेडिट कल्चर बिगड़ता है राजन ने बोला कि अगर सभी राजनीतिक दल ऐसा न करने पर सहमत हो जाएं तो यह राष्ट्र के लिए लाभकारी होगा आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि कांग्रेस पार्टी ने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़  राजस्थान में चुनाव प्रचार के दौरान बोला था कि अगर राज्य में उनकी गवर्नमेंट बनती है तो वे मात्र 10 दिनों में किसानों का कर्ज़ा माफ़ कर देंगे  इसी बिनाह पर कांग्रेस पार्टी को ग्रामील इलाकों में जीत भी मिली है