भाई बहन के प्रेम के त्यौहार रक्षाबंधन पर इस बार अद्भुत योग बन रहा है। जानकारों के मुताबिक़, यह पहली बार है जब रक्षाबंधन पर राखी बांधने का शुभ मुहूर्त लगभग 12 घंटे तक रहेगा। इस दौरान बहनें 12 घंटे के बीच में कभी भी अपने भाइयों को राखी बांध सकेंगी। सबसे जरूरी बात है कि इस बार रक्षाबंधन के शुभ मुहूर्त पर भद्रा का काला साया नहीं पड़ रहा है। इस बार भाई बहन के प्रेम का यह त्यौहार भद्रा गुनाह से मुक्त होगा। इस दिन रक्षाबंधन गुरुवार के दिन पड़ रहा है जिस कारण यह बहुत ही शुभ माना जा रहा है।
भाई-बहन ही नहीं बल्कि परिवार के सभी मेम्बर भी वर्ष भर इस पर्व का बेसब्री से इंतज़ार करते हैं। रक्षा बंधन के दिन बहनें भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती हैं। साथ ही बहनें भगवानसे भाई की दीर्घ आयु, सफलता व समृद्धि की कामना भी करती हैं। वहीं भाई अपने बहनों को यह वचन देते हैं कि वह हमेशा उनकी रक्षा करेंगे। जो भी बहनें अपने भाईयों से दूर रहती हैं वह कूरियर से अपने भाई को राखी भेजती हैं।
राखी की थाली सजाते समय रेशमी कपड़ा में केसर, सरसों, चंदन, चावल और दुर्वा रखकर भगवान की पूजा करनी चाहिए। राखी (रक्षा सूत्र) को भगवान शिव की प्रतिमा, तस्वीर या शिवलिंग पर अर्पित करें। फिर, महामृत्युंजय मंत्र का एक माला (108 बार) जप करें। इसके बाद देवाधिदेव शिव को अर्पित किया हुआ रक्षा-सूत्र भाईयों की कलाई पर बांधें। महाकाल भगवान शिव की कृपा, महामृत्युंजय मंत्र व श्रावण सोमवार के असर से सब शुभ होगा।
येन बद्धो बलि: राजा दानवेंद्रो महाबल:।
तेन त्वामपि बध्नामि रक्षे मा चल मा चल।
जिस रक्षासूत्र से महान ताकतवर राजा बलि को बांधा गया था, उसी सूत्र से मैं तुम्हें बांधता हूं। हे रक्षे (राखी), तुम अडिग रहना। अपने रक्षा के संकल्प से कभी भी विचलित मत होना।