दुनिया भर में आज अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी पांचवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर झारखंड की राजधानी रांची पहुंच
प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदीने धुर्वा स्थित प्रभात तारा मैदान में लगभग चालीस हजार लोगों के साथ योग किया। योग प्रारम्भ होने के कुछ देर बाद ही बारिश प्रारम्भ हो गई लेकिन योगाभ्यास तब भी जारी रहा।योगाभ्यासन में शामिल होने से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने वहां उपस्थित लोगों को संबोधित किया। प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन में कई अहम बाते रखीं।
सोशल मीडिया से जुड़े लोगों को सराहा
रांची के धुर्वा स्थित प्रभात तारा मैदान में हो रहे योगाभ्यास के दौरान प्रधानंत्री मोदी ने सबसे पहले अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने बोला कि योग दिवस को इस स्तर तक पहुंचाने में मीडिया व सोशल मीडिया से जुड़े लोगों की सराहना की। उन्होंने बोला कि जिस तरह सोशल मीडिया से जुड़े लोग योग से जुड़ी जानकारी लोगों तक पहुंचाते हैं वह जरूरी है। मैं सभी लोगों का आभार व्यवक्त करता हूं।
योग को शहर से गांव तक पहुंचने का संकल्प
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बोला कि मुझे आधुनिक योग की अब शहर से गांव की ओर ले जाना है। हमें संकल्प करना होगा कि हम योग को गरीब व आदिवासी के घर तक ले जाएं। योग जब गरीब व आदिवासी के ज़िंदगी का अभिन्न भाग बन जाएगा तो हर देश का हर आदमी स्वस्थ होगा। उन्होंने बोला कि गरीब ही है जो बीमारी की वजह से सबसे ज्यादा कष्ट उठाता है।
इलनेस के बचाव के साथ वेलनेस पर फोकस
पीएम नरेंद्र मोदी ने बोला कि आज के बदलते दौरान में महत्वपूर्ण है कि हर इंसान इलनेस से बचाव के साथ-साथ वेलनेस पर फोकस करे। योग से हमें हर तरह की शक्ति मिलती है।यही भावना योग की है, पुरातन भारतीय दर्शन की है। योग सिर्फ तभी नहीं होता जब हम आधा घंटा जमीन या मैट पर होते हैं।
पीएम मोदी ने बोला कि योग आयु, रंग, जाति, संप्रदाय, मत, पंथ, अमीरी-गरीबी, प्रांत, सरहद के भेद से परे है। योग अनुशासन है, सरेंडर हैं, व इसका पालन अपने सारे ज़िंदगी में करना चाहिए। योग सबका है व सब योग के हैं।
ड्रॉइंग रूम से बोर्ड रूम तक फैल चुका है योग
पीएम नरेंद्र मोदी ने बोला कि आज संसार में जिस तरह से योग के प्रति लोग जागरूक हुए हैं तो हम कह सकते हैं कि योग के प्रति जागरूकता हर कोने तक, हर वर्ग तक पहुंची है। ड्रॉइंग रूम्स से बोर्ड रूम्स तक, शहरों के पार्क्स से लेकर स्पॉर्ट्स कॉम्प्लेक्स तक, गली-कूचों से वेलनेस सेंटर्स तक आज चारों तरफ योग को अनुभव किया जा सकता है।