पूरी संसार बढ़ती आबादी की समस्या से परेशान है। इसके लिए तमाम कोशिश किए जा रहे हैं। लेकिन तंजानिया के राष्ट्रपति की सोच इसके अच्छा उलट है। यहां राष्ट्रपति जॉन पॉम्बे मागुफुली की सोच अच्छा उलट है। वह चाहते हैं कि यहां की महिलाएं राष्ट्र की आबादी बढ़ाएं। भले तंजानियां में स्त्रियों के विरूद्ध हिंसा नयी बात नहीं है। यहां पर स्त्रियों का ज़िंदगी नरक के समान है। कई संगठन इस दिशा में कार्य कर रहे हैं, लेकिन उन्हें इस दिशा में पूरी सफलता मिलना बाकी है। इसी सितंबर में एक रैली में तंजानियां के राष्ट्रपति ने बोला था कि तंजानिया की महिलाएं गर्भनिरोधक का प्रयोग बंद करें। वह तंजानियां की आबादी बढ़ाने में मदद करें।
देश की आबादी बढ़े इसके लिए तंजानिया गवर्नमेंट ने सभी फैमिली प्नानिंग के एडवरटाईजमेंट रोक दिए हैं। इतना ही नहीं टीवी व रेडियो पर चलने वाले विज्ञापनों पर भी रोक लगा दी गई है। तंजानियां में सेक्स शिक्षा की भारी कमी है। कई लड़कियां इसी अज्ञानता के कारण 15 से 16 वर्ष की आयु में मां बन रही हैं।
तंजानियां की एक तिहाई लड़कियों की आबादी में ज्यादातर 15 से 19 साल की आयु में मां बन रही हैं। 37 प्रतिशत लड़कियों की 18 वर्ष से पहले की आयु में विवाह हो रही है। यहां पर विवाह से पहले लड़कियों से संबंध बनाने वाले लड़के या पुरुषों को 30 वर्ष की कारागार होती है। लेकिन लड़कियां उनका नाम बताएं, इसके लिए भी उन पर भारी दबाव होता है, कई बार तो उन्हें इसके लिए अरैस्ट भी किया जाता है।