के कप्तान मोहम्मद रिजवान सीनियर ने बोला कि उनकी टीम इस बार मैच ही नहीं, बल्कि दिल जीतने के इरादे से भी खेलेगी। पाक की टीम चैंपियंस ट्रॉफी-2014 के बाद पहली बार हिंदुस्तान में कोई हॉकी टूर्नामेंट खेलेगी। भारत 2010 में भी हॉकी वर्ल्ड कप की मेजबानी कर चुका है।
चार वर्ष पहले भुवनेश्वर में ही खेली गई चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान पाक के कुछ खिलाड़ियों ने दर्शकों को अभद्र इशारे किए थे। इसके बाद दोनों राष्ट्रों के द्विपक्षीय हॉकी संबंध खटाई में पड़ गए थे। इसके बाद इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन (एफआईएच/FIH) ने पाक के दो खिलाड़ियों पर बैन भी लगाया था। पाक के मौजूदा कप्तान रिजवान सीनियर ने इस टकराव को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया।
भुवनेश्वर हमारे लिए पहले से ‘लकी’ है
रिजवान ने लाहौर से दिए साक्षात्कार में कहा, ‘जो चार वर्ष पहले हुआ, वह नहीं होना चाहिए था। तब कुछ जूनियर खिलाड़ी भावनाओं में बह गए, लेकिन यह पूर्व नियोजित नहीं था। इस बार टीम को हमने ताकीद की है कि दर्शकों की ओर ध्यान ही नहीं देना है। भुवनेश्वर में स्टेडियम खचाखच भरे होंगे लेकिन हमें अपने खेल पर फोकस करना है। ’ उन्होंने कहा, ‘भुवनेश्वर वैसे भी हमारे लिए ‘लकी’ रहा है, जहां हमने हिंदुस्तान को हराया। वैसे भी घरेलू मैदान पर खेलने का दबाव हिंदुस्तान पर होगा, हम पर नहीं। हम खेल के साथ इस बार दिल भी जीतकर आएंगे। ’
2014 विश्व कप में क्वालीफाई नहीं कर सका था
पाक 2014 विश्व कप के लिए क्वालीफाई नहीं कर सका था। वह दिल्ली में 2010 में हुए विश्व कप में आखिरी जगह पर रहा था। उस टीम का भाग रहे रिजवान ने बोला कि इस बार वैज्ञानिक तरीके से तैयारी की गई है व उन्हें अच्छे प्रदर्शन का यकीन है। उन्होंने कहा, ‘हमने 2010 में आवश्यकता से ज्यादा तैयारी कर ली थी व सही समय पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर सके क्योंकि थकान हावी हो गई। इस बार तैयारी वैज्ञानिक तरीके से की गई है व हमें यकीन है कि प्रदर्शन बेहतर होगा। ’
जर्मनी व नीदरलैंड के ग्रुप में है पाकिस्तान
पाक को विश्व कप में पूल डी मिला है, जिसमें जर्मनी व नीदरलैंड जैसी मजबूत टीमें हैं। हालांकि, पाकिस्तानी कप्तान ने बोला कि ऐसे टूर्नामेंट में कोई कयास नहीं लगाया जा सकता वकोई भी टीम उलटफेर कर सकती है। उन्होंने कहा, ‘आजकल कोई भी टीम किसी को भी हरा सकती है, लिहाजा मैच के दिन के प्रदर्शन पर सब कुछ निर्भर करेगा। हमारे पास युवा वअनुभवी खिलाड़ियों का अच्छा मिलावट है व उन्हें बखूबी पता है कि इस टूर्नामेंट में हमारे लिए बहुत कुछ दाव पर लगा है। ’
कहा- मैं पंजाब में अपने पैतृक गांव जाना चाहता हूं
हिंदुस्तान में विश्व कप के अतिरिक्त समय मिलने पर क्या करना चाहेंगे? यह पूछने पर उन्होंने कहा, ‘मैं पंजाब में अपने पैतृक गांव जाना चाहता हूं। मेरी दादी की बड़ी ख्वाहिश रही है कि मैं वहां जाऊं। इसी तरह सभी खिलाड़ियों की कोई ना कोई ख्वाहिश होगी। ’