यूपी बोर्ड की परीक्षा में लगी प्राइमरी शिक्षकों की ड्यूटी, पहली बार हुआ ऐसा…

माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित यूपी बोर्ड की परीक्षा में पहली बार गोरखपुर के प्राथमिक स्कूलों से 4000 से अधिक शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। यह ड्यूटी माध्यमिक शिक्षा परिषद प्रयागराज ने सीधे लगाई है। अब प्राथमिक स्कूलों के शिक्षक केंद्राध्यक्षों को फोन कर परीक्षा में ड्यूटी लगाए जाने की जानकारी दे रहे हैं और परीक्षा केंद्र की लोकेशन पूछ रहे हैं।

यूपी बार्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 24 मार्च से शुरू हो रही हैं। बोर्ड परीक्षा की कापियां और प्रश्नपत्रों की सुरक्षा के लिए सख्त सुरक्षा पहरा लगाया गया है। बोर्ड परीक्षा में सबसे बड़ी पहल प्राथमिक स्कूलों के शिक्षकों की ड्यूटी लगाए जाने को लेकर की गई है। बोर्ड ने अपने स्तर से ही परीक्षा ड्यूटी लगाई है। साथ ही शिक्षकों के ड्यूटी स्थल तय कर सूची जारी कर दी है।

परीक्षा ड्यूटी की सूची मिलने के बाद प्राथमिक शिक्षक खुद केंद्राध्यक्षों को फोन कर रहे हैं। दूसरी तरफ बड़ी संख्या में प्राथमिक शिक्षक अभी यह जानने के लिए परेशान हैं कि उनकी ड्यूटी किस केंद्र पर लगाई गई है।

जिन परीक्षा केंद्रों पर उनकी ड्यूटी लगाई गई है वह कहां हैं। इस सम्‍बन्‍ध में केंद्राध्यक्षों का कहना है कि प्राथमिक स्कूलों के शिक्षकों की ड्यूटी बोर्ड कार्यालय से ही लगाई गई है। प्राथमिक शिक्षक कक्ष निरीक्षक की भूमिका निभाएंगे। पहले जरूरत पर केंद्राध्यक्ष करते थे डिमांड: इससे पहले माध्यमिक शिक्षा परिषद यूपी बोर्ड की परीक्षा के दौरान जिन केंद्रों पर शिक्षकों की संख्या कम होती थी उनके केंद्राध्यक्ष स्वयं बीएसए से सम्पर्क कर प्राथमिक स्कूलों के शिक्षकों की डिमांड कर लेते थे। हालांकि वह संख्या दो-चार ही होती थी।

यूपी बोर्ड इस परीक्षा को लेकर काफी गंभीर है। एक तरफ जहां बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों की मदद ली जा रही है वहीं परीक्षा केंद्रों को पूरी तरह सीसी कैमरों की नजर में रखा जा रहा है। कहीं भी किसी प्रकार की अव्यवस्था होने पर परीक्षा कंट्रोलर को उसकी खबर लग जाएगी।

यूपी बोर्ड की परीक्षा होने जा रही है तो वहीं परिषदीय स्कूलों में भी परीक्षा शुरू हो गई है। परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों के ड्यूटी पर अन्यत्र चले जाने की वजह से उनके खुद के स्कूलों पर परीक्षा संपन्न कराने के लिए शिक्षकों की कमी हो सकती है। इसको लेकर तैयारी चल रही है।

केंद्राध्यक्षों को इस बार मालूम नहीं है कि किन शिक्षकों की ड्यूटी उनके यहां लगी है। बोर्ड ने खुद शिक्षकों की ड्यूटी लगाकर सूची भेज दी है। इस बार प्राइमरी स्कूलों के तकरीबन 4000 शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। कई प्राइमरी शिक्षकों को यह मालूम ही नहीं है कि उनकी जहां ड्यूटी लगी है वह स्कूल-कॉलेज कहां है।