यूपी: नोटबंदी के वक्त जन्में बच्चे को अखिलेश यादव की सौगात

नोटबंदी के दौरान बैंक की लाइन में जन्मा खजांची नाथ दो साल की उम्र में ही दो मकानों का मालिक बन जाएगा। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने उसके लिए दो मकानों के निर्माण की बात कही थी। दो मकानों में से पहले मकान का निर्माण खजांची के ननिहाल में मंगलार से शुरू हो जाएगा। इस मकान के निर्माण के लिए खजांची तीन मामाओं जरदार नाथ, पप्पू नाथ और मलखान नाथ ने अपनी जमीन दी है। यह मकान 625 वर्गफीट में बनेगा। इस मकान के पहले से तैयार (प्री-फैब्रिकेटेड) हिस्सों को मौके पर जोड़ा जाएगा। दूसरा मकान उसके पैतृक गांव सरदारपुरवा के जोगीडेरा में बनेगा।

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खजांची को मिला अनोखा मकान

इस गांव के पूर्व प्रधान सर्वेश सिंह ने कहा कि खजांची का मकान पूरे कानपुर देहात में सबसे अनोखा होगा। इस मकान में दो कमरे, बाथरूम, किचन और बगीचे होंगे। यह काम मंगलवार से शुरू हो जाएगा। पूरा मकान एक हफ्ते में बनकर तैयार हो जाएगा। दूसरा मकान तय जगह पर बनेगा या फिर खजांची की मां के इच्छानुसार किसी अन्य जगह पर बनवाई जाएगी। बता दें कि खजांची अपनी मां के साथ ननिहाल में एक झोपड़ी में रहता है।

18 साल का होने पर खजांचा को मिलेगा यह हक

8 नवंबर 2016 को नोटबंदी के बाद 2 दिसंबर 2016 को खजांची की मां सर्वेशा देवी आमजनों की तरह बैंक की लाइन में पैसे जमा कराने के लिए लगी थीं। इस कतार में करीब 500 लोग थे। इसी बीच गर्भवती सर्वेशा देवी को तेज प्रसव पीड़ा हुई और उन्होंने वहीं बेटे को जन्म दिया। इसके बाद यह बात तेजी से फैली जिसके बाद यूपी के तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बच्चे का नाम खजांची रखा और दो लाख रूपए की आर्थिक मदद भेजी।

नोटबंदी का बना ब्रांड एंबेसडर

खजांची नात नोटबंदी के दौरान हो रहे विरोध प्रदर्शनों और राजनीति का ब्रांड ऐंबेस्डर बन गया। बता दें कि अखिलेश यादव ने कई बार खजांची के नाम पर नरेंद्र मोदी को घेरा है। लोकसभा चनावों के करीब आते ही एक बार फिर से खजांची के नाम की चर्चा शुरू हो गई है। बता दें कि मकान फिलहाल खजांची की मां सर्वेशा देवी के ही नाम पर रहेगा। खजांची जब बालिह हो जाएगा तब इस मकान पर उसका मालिकाना हक होगा।