A MQ-9 Reaper unmanned aerial vehicle prepares to land after a mission in support of Operation Enduring Freedom in Afghanistan. The Reaper has the ability to carry both precision-guided bombs and air-to-ground missiles. (U.S. Air Force photo/Staff Sgt. Brian Ferguson)

यमन के दक्षिणी भाग धमार में हौती विद्रोहियों ने मार गिराया, अमरीकी ड्रोन

यमन की राजधानी सना के दक्षिणी भाग धमार में मंगलवार को एक अमरीकी ड्रोन को मार गिराया गया. एमक्यू-9 ड्रोन हौती विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्र में था. सना में हुई घटना की पुष्टि दो अमरीकी अधिकारियों ने बुधवार को की है. हाल के महीनों में यह ऐसी दूसरी घटना है. इससे पहले हौती विद्रोहियों के सैन्य प्रवक्ता के बोला कि हमारी सेना ने अमरीका का ड्रोन मार गिराया है.

ऐसा पहली बार नहीं है कि यमन में अमरीका के ड्रोन को मार गिराया गया. इससे पहले जून में भी हौती विद्रोहियों ने ईरान की मदद से अमरीका के ड्रोन को उड़ा दिया था. दरअसल यमन में निगरानी के लिए  समय-समय पर हमला करने के लिए यहां पर ड्रोन को तैनात कर रखे हैं.

एक ऑफिसर के अनुसार अमरीकी ड्रोन हथियारों से लैस था. उसे कैलिफोर्निया में स्थित कंपनी जनरल एटॉमिक्स ने बनाया था. हौती विद्रोहियों ने जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल से उस ड्रोन को मार गिराया.

हालांकि, दूसरी तरफ एक यमनी ऑफिसर ने बताया कि अमरीका को यकीन है कि हौती विद्रोहियों को ईरान ने मिसाइल मुहैया की थी. अभी यह अस्पष्ट है कि ड्रोन को अमरीकी सेना संचालित कर रही थी या खुफिया समुदाय कर रहा था. अमरीका ने बोला कि ट्रंप प्रशासन ने इस वारदात के लिए सीधा ईरान को दोषी ठहराया है. जून भी इस तरह की घटना ने तनाव बढ़ा दिया था. ईरान ने होर्मुज के जलमार्ग पर अमरीकी ड्रोन को मार गिराया था. उसका बोलना था कि अमरीकी ड्रोन ने सीमा उल्लंघन किया था. ट्रंप ने इस दौरान हमले के आदेश दे दिए थे, मगर बाद में इसे वापस ले लिया था.