यदि आपको भी लगा है चश्मा तो अपने खान-पान में करे यह बदलाव

बदलती जीवनशैली और कुछ अन्य कारणों से चश्मे का इस्तेमाल करने वाले लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है. लेकिन खानपान में कुछ परिवर्तन कर समस्या का निवारण पाया जा सकता है. बता रही हैं मोनिका अग्रवाल

आंखें हमारे शरीर का बहुत ही जरूरी अंग हैं, क्योंकि इनसे हम न केवल इस खूबसूरत संसार को देखते हैं, बल्कि ये हमारी खूबसूरती को भी बढ़ाती हैं. लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि हम अपनी आंखों को उतना महत्व नहीं दे पाते.

खानपान में महत्वपूर्ण बदलाव
हमारी आंखों का स्वास्थ्य हमारे खानपान पर निर्भर करता है. हमारे खानपान में उपस्थित पोषक तत्व हमारी आंखों से संबंधित कई समस्याओं को दूर करने में सहायता करते हैं.अगर आपको अपनी आंखों पर लगा चश्मा पसंद नहीं है, तो इसे हटाने के लिए आपको किसी सर्जरी की नहीं, बस कुछ खास चीजों को खाने की आवश्यकता है. अपनी डाइट में  जिंक, ओमेगा 3 फैटी एसिड, सेलेनियम  विटामिन से भरपूर चीजें शामिल करें.

ऐसे आहार लें, जो आंखों को रखें स्वस्थ
कुछ सरलता से मिलने वाली खाने की चीजों में भी विटामिन ए  बीटा कैरोटीन पर्याप्त मात्रा में पाये जाते हैं. इनमें दूध, मक्खन, सभी अनाज, कद्दू, आम, केला, पपीता आदि प्रमुखता से शामिल हैं. इनके सेवन से आंखों की स्वास्थ्य को बहुत ज्यादा फायदा होता है. आवश्यकता है तो इस बात की कि आप अपने भोजन में इन चीजों को शामिल करें. बार-बार चिकित्सक के चक्कर लगाने से अच्छा है कि आंखों की स्वास्थ्य को दुरुस्त रखने वाली चीजों को अपने भोजन में शामिल किया जाए. इससे आंखों की लाइट तो बढ़ेगी ही, चश्मा भी उतर जाएगा.

गाजर 
आंखों के लिए विटामिन ए सबसे जरूरी होता है. वसा में घुलनशील विटामिन ए की आवश्यकता सबसे अधिक रेटिना को होती है. इसकी कमी से नाइट ब्लाइंडनेस की शिकायत हो सकती है.  विटामिन ए गाजर में भरपूर होता है. इसलिए चिकित्सक गाजर या इसका जूस पीने की सलाह देते हैं. प्रतिदिन एक गिलास गाजर का जूस पीने से आंखों पर चढ़ा चश्मा तक उतर सकता है.

शकरकंद
आपको जानकर हैरानी होगी कि गाजर की तरह ही शकरकंद में भी बीटा कैरोटीन बहुतायत में होता है. शकरकंद का सेवन किसी भी रूप में किया जा सकता है, चाहे तो उबालकर या थोड़े से जैतून के ऑयल में तल कर. फिर दूध  चीनी के साथ मिलाकर खाएं.  इसमें उपस्थित फाइबर  विटामिन सी आंखों की रक्षा करता है  क्षतिग्रस्त सेल्स कि मरम्मत भी करता है.

आंवला 
आंवला आंखों के लिए वरदान है. यह विटामिन सी, कैल्शियम, फॉस्फोरस, पोटैशियम, आयरन, कैरोटीन  विटामिन बी कॉम्पलेक्स जैसे  तत्वों का बहुत अच्छा स्रोत है.  इसका सेवन आंखों की लाइट को सालों-साल तक बनाए रखता है. आप चाहें तो कच्चे आंवले को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं. इसके अतिरिक्त प्रातः काल खाली पेट आंवले का रस पीना या फिर आंवले का मुरब्बा खाना भी लाभकारी रहेगा. दो चम्मच आंवले के जूस को आधा कप पानी में मिला लें. इस मिलावट को सारे दिन में दो बार पिएं. चाहे तो इस जूस में शहद भी मिला सकते हैं.

मक्का
मक्के में पाया जाने वाला कैरोटीनॉएड विटामिन-ए का अच्छा स्रोत होता है. इसमें आंखों को स्वस्थ रखने के लिए उपयोगी ग्लूटन  जैक्सेथीन पर्याप्त मात्रा में उपस्थित होते हैं. सूप या खिचड़ी बना कर भी इसका सेवन किया जा सकता है.

ब्रोकली 
ब्रोकली में प्रोटीन, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट, आयरन, विटामिन ए, सी  कई दूसरे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं.   विटामिन ए का अच्छा स्रोत होने की वजह से यह आंखों की स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा आहार है. इसे उबाल कर या फिर सलाद के रूप में खाया जा सकता है.

सौंफ
सौंफ में पोषक तत्व  एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो आंखों को स्वस्थ रखते हैं. यह मोतिर्यांबद जैसी बीमारियों के प्रभाव को भी कम करती है. एक कप बादाम, सौंफ  मिश्री का पाउडर बनाकर रख लें   रात को सोने से पहले एक चम्मच पाउडर को एक गिलास गर्म दूध के साथ  40 दिन तक सेवन करें.

पालक
पालक में शारीरिक विकास के लिए लगभग सभी पोषक तत्व पाए जाते हैं. इसमें मिनरल, विटामिन, न्यूट्रीएंट्स, विटामिन ए, सी, ई, के, बी कॉम्प्लेक्स, मैगनीज, कैरोटीन, आयरन, आयोडीन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम, सोडियम, फॉस्फोरस  आवश्यक अमीनो एसिड भी होता है. एक कप पालक में लगभग 20.4 मिग्रा ग्लूटन  जैक्सेथीन होते हैं.इसलिए पालक का सेवन  आंखों के लिए बहुत फायदेमंद होता है.

संतरा
संतरे में विटामिन सी होता है, जो आई टिश्यू को स्वस्थ रखने में मदद करता है. इसमें उपस्थित एंटी-ऑक्सिडेंट आंखों की लाइट बढ़ाने के लिए उपयोगी होते हैं.

शरीफा
शरीफा आंखों की लाइट बढ़ाता है, क्योंकि इसमें विटामिन सी  रिबोफ्लेविन होता है. इसे नियमित रूप से खाने से चश्मे का नंबर बढ़ने से रोका जा सकता है. शरीफे में उपस्थितमैग्नीशियम शरीर में पानी के स्तर को संतुलित रखता है.

ब्लू बेरी
ब्लू बेरी में आंखों को पोषण देने वाला फाइटोन्यूट्रिएंट एंथोस्यानिन होता है, जो रात में देखने की क्षमता में सुधार करता है. ब्लू बेरी में सेलेनियम और्र ंजक जैसे तत्व भी होते हैं,