मोबाइल और इंटरनेट के कारण स्कूलों में ऐसे चल रहा रोमांस और बढ़ रहीं बलात्कारिक घटनाएँ

अपने बच्‍चों को केवल स्‍कूल के भरोसे नहीं छोड़ सकते बल्कि उन्‍हें अपने बच्‍चों के पल पल पर नजर रखनी होगी. मोबाइल और इंटरनेट ने समाज के भीतर के संस्‍कार को और तेजी से क्षरण किया है. स्‍कूलों के भीतर बिगड़ते माहौल का यह जीता जागता उदाहरण है, जहां प्रबंधन और अध्‍यापक फीस वसूली में मगन रहते हैं, लेकिन बच्‍चों के शिक्षा और संस्‍कार को लेकर जागरूक नहीं रहते.

इस वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि भरी क्‍लास में एक ही बेंच पर बैठे छात्र-छात्रा किस तरह से अपने रोमांस को परवान चढ़ा रहे है .

खासकर छात्रा की हरकत देखकर तो और भी अचंभा होता है

वह अपने अगल बगल बैठे छात्र-छात्राओं की भी तनिक परवाह नहीं करती है. ऐसा नहीं कि इस बात के लिए केवल बच्‍चे ही दोषी हैं बल्कि कहीं ना कहीं अभिभावक, बदलता माहौल और समाज भी दोषी है. स्‍कूल भी अपनी जिम्‍मेदारी से नहीं बच सकते.जरूरत है कि बच्‍चों को शिक्षा के साथ संस्‍कार भी दिए जाएं.