मोदी सरकार का बड़ा तोहफा, सेहत बजट में कर सकती है 5% का इजाफा

मोदी गवर्नमेंट अपने आखिरी बजट में प्राइमरी हेल्थ केयर के लिए आवंटित रकम में इजाफा कर आयुष्मान हिंदुस्तान योजना के तहत 5,500 हेल्थ केयर सेंटरोंं की आरंभ कर सकती है. गवर्नमेंट 2017-18 के 52,800 करोड़ के सेहत बजट में पांच प्रतिशत की बढ़ोतरी कर सकती है. गवर्नमेंट व्यक्तिगत  सार्वजनिक एरिया में ट्रॉमा  इमरजेंसी सेवाओं की मजबूती के लिए यह कदम उठा सकती है.

आयुष्मान हिंदुस्तान योजना के भीतर हेल्थ  वेलनेस सेंटर लोगों की प्राथमिक उचार की जरूरतों को पूरा करेगा. यह असंक्रामक, मातृ  बच्चों संबंधी बिमारियों में व्यापक सेहतसेवाएं मुहैया कराएगा. अभी तक गवर्नमेंट ने 15 हजार ऐसे केंद्र खोलने का निर्णय किया है. अगले वर्ष तक पांच से 10 हजार को केंद्रों को प्रारम्भ करने की योजना है.

पिछले बजट पीएम जन आरोग्य योजना के 2000 करोड़ रुपये के बजट में इजाफा किया जा सकता है. इस योजना के भीतर 10 करोड़ परिवारों के 50 करोड़ लोगों को पांच लाख की सेहत बीमा देने की योजना है. सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना 2011 के हिसाब से इसमें ग्रामीण इलाके के 8.03 करोड़ परिवार  शहरी इलाके के 2.33 करोड़ परिवार आयेंगे.

इस योजना पर 12 हजार करोड़ रुपये खर्च किये जाने है. इसकी आरंभ पिछले वर्ष 25 सितंबर को हुई थी. वर्ष 2008 में यूपीए गवर्नमेंट द्वारा लांच राष्ट्रीय सेहत बीमा योजना को आयुष्मान हिंदुस्तान योजना में मिला दिया गया है.

राष्ट्रीय सेहत पॉलिसी के मुताबिक गवर्नमेंट ने सेहत पर होने वाले खर्च को वर्ष 2025 तक जीडीपी के 1.15% हिस्से से बढाकर 2.25% करने का लक्ष्य रखा है.