![](https://vision4news.com/wp-content/uploads/2019/01/meghalaya_coal_mine_1.jpeg)
हालांकि कंकाल और मृत शरीर की पहचान नहीं होने से अभी यह पुष्टि नहीं हुई है कि ये फंसे हुए श्रमिकों के ही हैं। नौसेना के राहत और बचाव काम के प्रवक्ता आर। सुसनगी ने जानकारी देते हुए बताया है कि, एक खनिक का सड़ा हुआ मृत शरीर खिंचकर बाहर लाया जा चुका है। हालांकि अभी उसकी पहचान नहीं हो पाई है व वह इतना गल गया है कि वटुकड़े-टुकड़े भी हो सकता है।
उल्लेखनीय है की नौसेना के गोताखोरों ने 30 दिसंबर से फंसे हुए श्रमिकों की खोज और बचाव अभियान प्रारम्भ किया था। उन्हें हादसे के 36 वें दिन पानी के अंदर उपयोग किए जाने वाले आरओवी (दूर से संचालित किए जाने वाले वाहनों) के जरिए कई कंकाल दिखाई दिए। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि क्या ये कंकाल व मृत शरीर लापता खनिकों के ही हैं? नौसेना प्रवक्ता कैप्टन डीके शर्मा ने दिल्ली में बताया है कि 160 से 201 फीट की गहराई में दिखाई दिए एकमात्र मृत शरीर को निकालने की कार्रवाई में हिदायत देने के लिए पहुंची डॉक्टरों की टीम ने बोला है कि मृत शरीर को ज्यादा न खिंचा जाए, अन्यथा वह क्षत-विक्षत हो सकता है।