मेघालय खदान मामला: गोताखोरों के अनुसार खदान में भरा पानी बहुत ही ठंडा

 इंडियन नौसेना  एनडीआरएफ के कर्मचारियों की एक टीम रविवार को 370 फुट गहरी खदान में पानी के स्तर का पता लगाने के लिए खदान के भीतर घुसा था इस खदान में 15 श्रमिक फंसे हुए हैं एनडीआरएफ के असिस्टेंट कमांडेंट एसके सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि गोताखोर वापस आ चुके हैं वे लगभग 70 फीट नीचे तक चले गए थे इसके बाद भी वे खदान के तल तक नहीं पहुंच पाए हैं

असिस्टेंट कमांडेंट ने बताया है कि गोताखोरों के अनुसार खदान में भरा पानी बहुत ही ठंडा है, जिसके कारण गोताखोरों को बचाव अभियान चलाने में समस्या आ रही हैं उन्होंने बोलाहै कि हम अपनी तरफ से भरपूर प्रयास कर रहे हैं उन्होंने बोला है कि सोमवार को नौसेना की टीम अपने उच्च श्रेणी के उपकरणों के साथ खदान में उतरेगी हमें आशा है कि सोमवार को बेहतर नतीजे सामने आएंगे इससे पहले रिटायर्ड इंजीनियर-इन-चीफ जेएस गिल ने बोला था कि, ”खदान पर पंप आ चुके हैं, किन्तु जनरेटर नहीं आ पाए हैं जनरेटर आ जाने के बाद भी पानी को खाली करने में 5 दिन  लगेंगे ”

अधिकारियों ने बोला है कि उनके पास ओडिशा के बचाव दल द्वारा लाए गए 10 पंप भी रखे हैं इस बीच गोताखोरों को भी जरूरत पड़ने पर तैनात रखा गया है जिले के एक ऑफिसरने जानकारी देते हुए बताया है कि विभिन्न एजेंसियों के लगभग 200 बचावकर्ता खदान पर तैनात हैं ओडिशा दमकल सेवा का एक दस्ता अपने साथ 10 उच्च क्षमता वाले पंप लेकर खदान पर पहुंच चुका है एक ऑफिसर ने बोला है कि पानी निकालने के लिए अगर पंप लगाए जाते हैं तो खदान के अंदर कार्बन खींचने से घुटन पैदा हो सकती है आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि ये मजदुर 13 दिसंबर से गैरकानूनी कोयला खदान में फंसे हुए हैं