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असिस्टेंट कमांडेंट ने बताया है कि गोताखोरों के अनुसार खदान में भरा पानी बहुत ही ठंडा है, जिसके कारण गोताखोरों को बचाव अभियान चलाने में समस्या आ रही हैं। उन्होंने बोलाहै कि हम अपनी तरफ से भरपूर प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने बोला है कि सोमवार को नौसेना की टीम अपने उच्च श्रेणी के उपकरणों के साथ खदान में उतरेगी। हमें आशा है कि सोमवार को बेहतर नतीजे सामने आएंगे। इससे पहले रिटायर्ड इंजीनियर-इन-चीफ जेएस गिल ने बोला था कि, ”खदान पर पंप आ चुके हैं, किन्तु जनरेटर नहीं आ पाए हैं। जनरेटर आ जाने के बाद भी पानी को खाली करने में 5 दिन व लगेंगे। ”
अधिकारियों ने बोला है कि उनके पास ओडिशा के बचाव दल द्वारा लाए गए 10 पंप भी रखे हैं। इस बीच गोताखोरों को भी जरूरत पड़ने पर तैनात रखा गया है। जिले के एक ऑफिसरने जानकारी देते हुए बताया है कि विभिन्न एजेंसियों के लगभग 200 बचावकर्ता खदान पर तैनात हैं। ओडिशा दमकल सेवा का एक दस्ता अपने साथ 10 उच्च क्षमता वाले पंप लेकर खदान पर पहुंच चुका है। एक ऑफिसर ने बोला है कि पानी निकालने के लिए अगर पंप लगाए जाते हैं तो खदान के अंदर कार्बन खींचने से घुटन पैदा हो सकती है। आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि ये मजदुर 13 दिसंबर से गैरकानूनी कोयला खदान में फंसे हुए हैं।