उल्लेखनीय है कि लगभग 15 खनिक 13 दिसंबर को एक गैरकानूनी कोयला खदान में फंस गए थे। खदान में फंसे लोगों को बचाने के लिए एनडीआरएफ की टीम के 70 ऑफिसरखदान पर हैं। एनडीआरएफ ने स्थानीय प्रशासन से दस 100-एचपी पंप की मांग की थी, किन्तु अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। एनडीआरएफ के अफसरों का कहना है कि 14 दिन में सिर्फ खदान में फंसे लोगों के 3 हेलमेट ही मिल पाए हैं। लगभग 300 फीट खदान में फंसे लोगों के बारे में अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है।
आपको बता दें कि गैरकानूनी रूप से कोयला निकालने गए 15 लोग गत 13 दिसंबर से खदान में फंसे हुए हैं। 13 दिसंबर को 20 लोग खदान में घुसे थे, जिसमें पांच बाहर आने में सफलरहे। सारे श्रमिक खदान में संकरी सुरंगों से घुसे थे। लोकल लोगों के मुताबिक खदान में घुसे लोगों में से किसी ने गलती से नदी से समीप वाली दीवार तोड़ दी जिससे सुरंग में पानी भरा गया है।